हिसार: बुधवार को इनेलो कार्यकर्ताओं ने किसानों की मांग को लेकर केंद्र और हरियाणा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार से पीएम फसल बीमा योजा के प्रीमियम में की गई बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की. प्रदर्शन के बाद इनेलो कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम तहसीलदार संजय चौधरी को ज्ञापन सौंपा.
इनेलो कार्यकर्ताओं ने सरकार पर किसान विरोधी होने के आरोप लगाते हुए कहा कि फसल बीमा योजना के प्रीमियम में की गई बेतहाशा बढ़ोतरी से किसानों को काफी नुकसान होगा. अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो आने वाले समय में पूरे राज्य स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा.
इनेलो किसान प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष राजीव राजा ने बताया कि भाजपा सरकार ने खरीफ फसल 2020 से पीएम फसल बीमा योजना के प्रीमियम में बेहताश बढ़ोतरी कर दी है. जिसके अनुसार 50 रुपये प्रति एकड़ धान, 10 रु प्रति एकड़ मक्का, 40 रु प्रति एकड़ बाजरा, 1030 रूपये प्रति एकड़ कपास और रबी की फसलों के लिए 8 रुपए प्रति एकड़ जौ व गेहूं ,15 रु प्रति एकड़ चना व सुरजमुखी और 130 रु प्रति एकड़ सरसों पर प्रीमियम बढ़ाया है.
उन्होंने कहा कि कपास व सरसों पर बीमा प्रीमियम की बढ़ोतरी बहुत ही ज्यादा है. जो कि कपास पर 620 रु बढ़ाकर 1650 रु प्रति एकड़ कर दी गई है. उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना के प्रीमियम में की गई बेहताशा बढ़ोतरी से यह साबित हो गया है कि भाजपा सरकार को किसानों के हितों से कोई लेना-देना नहीं है. इससे पहले सरकार ने डीजल के दामों में एक्साईज ड्यूटी व वैट कर की दरों में बेहताशा बढ़ोतरी की है. जिसके चलते फसल की लागत पहले ही बढ़ गई है. अब बीमा प्रीमियम में बढ़ोतरी करना किसानों के हितों पर कुठाराघात है.
उन्होंन सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी. तो इनेलो द्वारा प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया जाएगा.