हिसारः ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर की गई राष्ट्रव्यापी हड़ताल का असर हिसार में देखने को मिला. लेकिन दोपहर लगभग 2 बजे रोडवेज ने हड़ताल खत्म की, जिसके बाद हिसार बस स्टैंड से रोडवेज की बसें अपने गंतव्य स्थानों के लिए यात्रियों को लेकर रवाना हुई. कर्मचारी नेताओं के अनुसार उन्होंने सर्दी के मौसम में यात्रियों की परेशानी को देखते हुए समय से लगभग 4 घंटे पहले हड़ताल समाप्त कर दी. वहीं उनका दावा है कि हड़ताल पूरी तरह से सफल रही.
हड़ताल के दौरान भी 100 बसों की सेवाएं जारी रही
वहीं दूसरी तरफ हरियाणा रोडवेज हिसार डिपो के जीएम के अनुसार उन्होंने हड़ताल के दौरान लगभग 100 बसों की सेवाएं यात्रियों के लिए जारी रखी. हिसार डिपो की 35 बसों को अन्य विभागों के कर्मचारियों की सहायता से विभिन्न रूटों पर भेजा गया. हिसार बस स्टैंड में अन्य डिपो की लगभग 10 से 15 और 50 प्राइवेट बसें हिसार बस स्टैंड से संचालित हुई हैं. हड़ताली कर्मचारियों पर कार्रवाई को लेकर कहा गया कि इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जाएगी और इस पर कार्यवाही की जाएगी.
परिवहन विभाग ने की थी तैयारी
हरियाणा रोडवेज हिसार डिपो के जीएम सुरेंद्र दुहन ने बताया कि 7 और 8 जनवरी की हड़ताल के फैसले के बाद कर्मचारियों ने 7 जनवरी की हड़ताल को वापस ले लिया था. उन्होंने बताया कि सभी तैयारियां विभाग की तरफ से उसी प्रकार की गई थी. जिस प्रकार 7 जनवरी की हड़ताल को लेकर की गई थी. प्राइवेट बसों के साथ-साथ रोडवेज की बसों के लिए आरटीए और अन्य विभागों से चालकों की व्यवस्था की गई थी. उन्होंने बताया कि सुबह से ही रोडवेज कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल होने और बसे ना चलाए जाने के कारण तुरंत वैकल्पिक उपायों को क्रियान्वित किया गया.
जीएम पर रिश्तेदारों से बसें चलवाने का आरोप
वहीं कर्मचारियों की तरफ से जीएम पर रिश्तेदारों से बस चलवाए जाने के आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि यदि उनका कोई रिश्तेदार इसके लिए शर्तें पूरी करता है तो आपातकालीन स्थिति में जीएम अपने विवेक से कर्तव्यों का निर्वहन करता है.
हड़ताल सफल रही - कर्मचारी नेता
रोडवेज कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान राज्यपाल नैन ने कहा कि हड़ताल के दौरान प्रदेश के सभी डिपो में रोडवेज की बसें बंद रही, लेकिन कई डिपो में प्रशासन ने प्राइवेट और होमगार्ड के कर्मचारियों की मदद से बस चलाने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि हिसार से भी चार बसें चलाई गई.
ट्रेड यूनियनें लेंगी आगामी रणनीति पर फैसला
आगामी रणनीति को लेकर उन्होंने कहा कि यह हड़ताल राष्ट्रीय स्तर की 11 ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर की गई थी. ट्रेड यूनियन इस हड़ताल का आंकलन करके आगामी रणनीति बनाएंगी. ट्रेड यूनियनों का जो आगामी फैसला होगा उसके आधार पर आगे हड़ताल की जाएगी. उन्होंने कहा कि हड़ताल से सरकार को यह आभास जरूर हुआ है कि उनकी पॉलिसी जनता के खिलाफ है.
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