हिसार: स्पेशल स्टाफ पुलिस की टीम ने गोली मारकर हत्या का प्रयास करने के एक मामले को सुलझाते हुए मुख्य आरोपी को दबोच लिया है. दरअसल गांव राजली निवासी अशोक पर उसके ही पुराने दोस्त सुखबीर उर्फ डडू ने साथियों के साथ जान से मारने के लिए दो बार गोलियां चलाई थी, लेकिन इस हमले में अशोक की जान बच गयी. उप पुलिस अधीक्षक कप्तान सिंह ने बताया कि आरोपी सुखबीर उर्फ डडू व शिकायतकर्ता अशोक कुमार पहले दोस्त थे और साथ में सट्टा खाईवाली का काम करते थे.
मई 2018 में सुखबीर ने रंजिशन शराब के ठेकेदार सुरेन्द्र व रामफल को जान से मारने के लिये गोलियां मारी थी. जिस कारण सुखबीर को थाना बरवाला में हत्या प्रयास में मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. इसके बाद सुखबीर ने इस मामले में सुरेंद्र व रामफल के साथ 6 लाख रुपए देकर राजीनामा कर लिया और अशोक ने ही डडू से कहा था कि इस राजीनामे का पूरा खर्चा देगा, लेकिन बाद में अशोक ने ये पैसे देने से मना कर दिया.
इसके बाद पंचायती फैसले में हत्या प्रयास मामले का कुल खर्चा 7 लाख 50 हजार रुपये बना और अशोक ने सुखबीर को 5 लाख 50 हजार रुपये देने की फिर से हां की, लेकिन उसके बाद भी अशोक ने पैसे देने से मना कर दिया. जिस पर डडू अशोक से रजिंश रखने लगा और इन्दौर से 4 अवैध पिस्तोल 32 बोर व 25 कारतूस एक लाख रुपये में खरीद करके लाया. इसके बाद डडू व मंजीत ने कई दोस्तों के साथ मिलकर शोकी से पैसे निकलवाने के लिए 31.03.2022 को उसके के घर पर जाकर 20 लाख रुपए की मांग की और जान से मारने के लिये कई फायर किये, लेकिन अशोक गोलियों से बच गया.
ये भी पढ़ें- गुरुग्राम में थप्पड़ मारने पर किरायेदार ने की मकान मालिक की हत्या
दस दिन बाद फिर रात के समय दोबारा से डडू व मंजीत ने अशोक को जान से मारने के लिये फायरिंग कर दी, लेकिन छत पर खड़ा होने की वजह से वह बच गया. उप पुलिस अधीक्षक कप्तान ने बताया कि सुखबीर उर्फ डडू पर पहले भी थाना बरवाला में हत्या प्रयास के मामले में आईपीसी की धारा 307 के अंतर्गत व सदर कैथल में हथियार के बल पर डकैती के मामले दर्ज है. मंजीत पर भी थाना बरवाला में लूट, हत्या और फिरोती मागने के मामले में 3 मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस टीम ने उपरोक्त आरोपियों से 4 अवैध पिस्तौल 32 बोर व 5 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. आरोपियों को फिलहाल अदालत में पेश कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है.