हिसार में अधिकारी के तुगलकी फरमान पर निगम पार्षद हुए एकजुट - हिसार नगर निगम गड़बड़ी
हिसार नगर निगम के टैक्स ब्रांच के एक अधिकारी के तुगलकी फरमान के चलते भाजपा के नगर निगम मेयर, सभी पार्षद और अधिकारी आमने सामने आ गए. इस पर निगम ने बैठक बुलाई और अधिकारी को तुगलकी फरमान को वापस लेने को कहा.
हिसार: राज्य में अधिकारी किस तरह से मनमानी कर रहे हैं, इसका ताजा उदाहण हिसार नगर निगम में देखने को मिला. नगर निगम में टैक्स ब्रांच के एक अधिकारी के तुगलकी फरमान के चलते भाजपा के नगर निगम मेयर, सभी पार्षद और अधिकारी आमने-सामने आ गए. इस संबंध में निगम में काफी हंगामा भी हुआ. इसी मामले को लेकर पार्षदों ने नगर निगम के साथ बैठक की.
बैठक में नगर निगम अधिकारी को ये तुगलकी फरमान वापस लेने के लिए एक दिन का समय दिया गया. बैठक के कुछ देर बाद ही पार्षद जगमोहन मित्तल और अमित ग्रोवर ने टैक्स ब्रांच को बाहर से ताला लगा दिया. तब निगम को पुलिस बुलानी पड़ी, लेकिन पुलिस कर्मचारियों ने अपने स्तर पर ताला नहीं खुलवाया. नगर निगम के ईओ रमन ढांडा ने आकर ताला खुलवाया.
जानकारी के अनुसार दो दिन पहले निगम में हाउस टैक्स ब्रांच के कर्मचारियों ने ब्रांच में आम नागरिकों के साथ पार्षदों की एंट्री बैन कर दी. इस पर पार्षद नाराज हो गए और निगम में सभी पार्षदों की मीटिंग बुलाई. इस मीटिंग में मेयर ने भी हिस्सा लिया.
मेयर गौतम सरदाना ने कहा कि ये पार्षदों का सवैंधानिक अधिकार है कि वो निगम की किसी भी ब्रांच में जा सकते हैं. कोई भी जनप्रतिनिधि को ब्रांच में जाने से नहीं रोक सकता. साथ ही उन्होंने निगम के अधिकारियों को एक दिन का समय देते हुए कहा कि पार्षद की एंट्री बैन करने वाले अधिकारी पार्षदों से माफी मांगे और एंट्री को शुरू करें.
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पार्षद अमित ग्रोवर और जगमोहन मित्तल ने कहा कि वो निगम में जनता का काम करवाने के लिए जाते हैं. ऐसे में जनता के ही प्रतिनिधि को निगम की किसी ब्रांच में जाने से रोका जाएगा, तो जनता का काम कैसे होगा. जनता हाउस टैक्स कर्मचारियों के कारण परेशान घूम रही है. उन्होंने कहा कि ये तुगलकी फरमान वापस लेकर हाउस टैक्स ब्रांच को जनता के लिए खोला जाना चाहिए.