हिसारः बास खुर्द के एक युवक पर कुछ युवकों द्वारा जानलेवा हमला करने के मामले में गिरफ्तारी न होने से दलित समाज के लोगों में नाराजगी है. इसी कड़ी में दलित समाज के सैकड़ों युवाओं ने हांसी लघुसचिवालय में नेशनल अलायन्स फॉर दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन के नेतृत्व में पुलिस और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
पीड़ित युवक धर्मेंद्र ने बताया कि 27 नवंबर को शाम करीब 8 बजे अन्य समुदाय के 15-20 युवकों ने धोखे से उसे और उसके भाइयों को बडाला बास टी प्वाइंट पर बुलाया. जिसके बाद उनके साथ युवकों ने बुरी तरह मारपीट की और जातिसूचक गालियां दी. इस दौरान पीड़ित और उसके भाइयों को गंभीर चोटें आई. मामले में पुलिस को शिकायत दी गई. पुलिस ने आरोपी युवकों के खिलाफ मारपीट केसाथ-साथ एससी/एसटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था.
कौन कर रहा है आरोपियों की पैरवी?
पीड़ित ने आरोप लगाया कि एफआईआर दर्ज हुए 8 दिन हो चुके हैं लेकिन पुलिस ने किसी भी आरोपी को आज तक गिरफ्तार नहीं किया है. सभी आरोपी गांव में खुले घूम रहे हैं. पीड़ित का कहना है कि उसके साथ परिवार को आरोपियों से जान का भारी खतरा है. पीड़ित ने आरोप लगाया कि राजनीतिक दल पुलिस को आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने से रोक रहे हैं.
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धरने की चेतावनी
नेशनल अलायंस और दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन ने कहा अनुसूचित जाति के लोगों के खिलाफ जातिय अत्याचार के मामलों में पुलिस की कार्यशैली बेहद निराशाजनक और संदेह के घेरे में है. पुलिस आरोपियों को बचाने का काम करती है. इस मुकदमे में पुलिस पीड़ित के ऊपर समझौते का दबाव बना रही है. रजत कलसन ने कहा कि अगर सोमवार तक इस मामले में गिरफ्तारी नहीं होती तो सैकड़ों की संख्या में युवा अनिश्चितकाल धरना प्रदर्शन करेगें.