हिसार: हिसार में कोरोना के नए केस सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. शुक्रवार को 2 नए रोगी मिले हैं, जिसमें सीनियर सिटीजन और एक कैदी शामिल है. वहीं गुरुवार को 8 नए रोगी मिले थे. जिसमें हिसार सिविल अस्पताल के डॉक्टर, चीफ फार्मेसी ऑफिसर, पीएमओ अकाउंट ऑफिस का वार्ड सर्वेंट और क्वार्टर में रहने वाला कर्मचारी के साथ ही एक बंदी और तीन अन्य रोगी शामिल है. जिला उपायुक्त ने कोविड संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं.
हिसार में कोरोना संक्रमण जिले में धीरे-धीरे फिर पैर पसारता जा रहा है. जिला मलेरिया शाखा कार्यालय में शुक्रवार को आई रिपोर्ट में 2 नए रोगी मिले हैं. उनमें से एक सेक्टर 16-17 निवासी सीनियर सिटीजन हैं. उनको बुखार व खांसी थी और उन्होंने कोविड वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी हैं. दूसरा संक्रमित एक कैदी है उसने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवा रखी है. डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. सुभाष खतरेजा ने बताया कि बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 2 नए मामले सामने आए हैं.
हिसार में एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है तथा रिकवरी रेट 98.13 प्रतिशत है. उन्होंने बताया कि जिले में 10 लाख 228 लोगों की जांच की जा चुकी है, जिसमें कोविड के 63 हजार 909 केस सामने आ चुके हैं. अब तक कुल 62 हजार 712 मरीज कोरोना से रिकवर हो चुके हैं. हिसार में कोरोना से मौत के आंकड़ों पर नजर डालें तो जिले में कोविड-19 की पहली लहर में 327 लोगों की मौत हुई थी. वहीं दूसरी लहर में यह संख्या बढ़कर 814 हो गई. वहीं हिसार में तीसरी लहर में 45 संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है.
खांसी, बुखार और जुकाम होने पर जांच कराएं: डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. सुभाष खतरेजा ने बताया कि हिसार में रेपिड रिस्पोंस टीम को एक्टिव कर रहे हैं. डेप्युटेशन पर डेटा इंट्री ऑपरेटर, एलटी सहित अन्य स्टाफ लिया गया है. पीएमओ के साथ हिसार में कोेरोना की स्थिति को लेकर मीटिंग हुई है. अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में बेड रिजर्व रखे हैं.
उन्होंने आमजन से अपील करते हुए भीड़ से दूरी बनाने और मास्क पहनने को कहा है. डॉक्टर ने कहा कि अगर खांसी, जुकाम व बुखार है तो स्वयं को दूसरों से अलग रखते हुए कोविड जांच जरूर करवाएं. उधर, जिला उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को कोविड टेस्ट की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. कोरोना की रोकथाम के लिए किए गए प्रबंधों के मद्देनजर जल्द ही जिले में मॉक ड्रिल की जाएगी, जिसमें स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन के बारे में व्यवस्था को परखा जाएगा.