हिसार: हरियाणा में लगातार मौसम में बदलाव देखा जा रहा है. रविवार को हुई बारिश (Rain In haryana) ने स्मॉग और प्रदूषण से तो काफी हद तक राहत दी है. हालांकि वातावरण में धुंध बढ़ने लगी है. बारिश के बाद से हिसार समेत कई जिलों में घना कोहरा छाया हुआ (Fogg In haryana) था. हलांकि 9 बजे के बाद कोहरा और धुंध छटने लगती है. घने कोहरे के चलते सुबह जल्दी काम पर जाने वाले की लोगों की परेशानी बढ़ गई है.
प्रदेश में स्मॉग के कारण आम जनजीवन भी प्रभावित होने लगा है. पिछले दो दिन स्मॉग के कारण ज्यादा मुश्किल भरे रहे. आलम यह है कि लोगों को आसमान में सूरज के भी दर्शन नहीं हो पा रहे. सड़कों पर काेहरे के कारण सुबह दृश्यता शून्य के करीब हो गई है. सूबे की मुख्य सड़कों पर भी विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है. सड़कों पर एक से दो मीटर की दूरी पर भी ठीक से कुछ देख पाना मुश्किल होता है. कोहरे के कारण सड़कों पर गाड़ियां रेंगती हुई चल रही हैं. कई शहरों से सड़क दुर्घटना की खबरें भी आ रही हैं.
मौसम विशेषज्ञों की मानें तो हवा में 100 फीसदी तक की नमी है. विजिबिलिटी काफी कम है. हिसार का न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस रहा. आने वाले दिनों में तापमान और गिरेगा. ठंडी हवा चलने की वजह से ठिठुरन भी बढ़ेगी.
शहर | न्यूनतम तापमान |
अंबाला | 9 |
भिवानी | 9 |
हिसार | 9 |
गुरुग्राम | 11 |
रोहतक | 11 |
सिरसा | 9 |
करनाल | 9 |
हिसार कृषि विश्वविद्यालय (hisar Agriculture University) के मौसम वैज्ञानिक डॉ एमएल खीचड़ के अनुसार राज्य में आमतौर पर 10 दिसम्बर तक मौसम खुश्क रहने की संभावना है. इस दौरान राज्य में उत्तर पाश्चिमी हवाएं चलने से रात्रि तापमान में हल्की गिरावट और अलसुबह हल्की धुंध छाने की संभावना है.
Date | Maximum Temp (°C) | Minimum Temp (°C) |
03/12/2021 | 19.5 | 12 |
04/12/2021 | 21 | 9 |
05/12/2021 | 25 | 9 |
06/12/2021 | 24 | 11 |
07/12/2021 | 25 | 9 |
08/12/2021 | 24 | 9 |
09/12/2021 | 24 | 8 |
10/12/2021 | 25 | 8 |
11/12/2021 | 24 | 8 |
मौसम विभाग का कहना है कि हिमालय में एक नया पश्चिमी विक्षोभ पहुंच चुका है. इस नए विक्षोभ का प्रभाव जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश सहित उत्तराखंड में देखा जा सकता है. इस विक्षोभ के प्रभाव से इन राज्यों में बरसात और बर्फबारी होने की संभावना है. जबकि हरियाणा में हल्की बरसात के साथ एक-दो स्थानों पर मध्यम बरसात संभव है. उत्तर भारत में बादल छाए रहने से न्यूनतम तापमान कुछ बढ़ सकते हैं और अधिकतम तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की जा सकती है.
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मौसम विभाग के मुताबिक यह विक्षोभ सात दिसंबर से पूर्वी दिशा में आगे बढ़ेगा. 7 दिसंबर से ही उत्तर भारत में उत्तर पश्चिम दिशा से बर्फीली हवाएं चलने लगेंगी. यह उत्तर-पश्चिमी हवाएं बर्फीले पहाड़ों से होती हुई आएंगी तथा इनके प्रभाव से हरियाणा के कई भागों में रात के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जाएगी. इससे आने वाले दो दिनो में हरियाणा के कुछ भागों में शीतलहर चल सकती है.
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कृषि वैज्ञानिकों का ये भी कहना है कि इस धुंध के चलते किसानों की फसलों को अच्छा फायदा होगा. धुंध की वजह से गेहूं की फसल के उत्पादन पर असर पड़ेगा. कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी गेंहू का उत्पादन भी बढेगा.
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