हिसार: पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते हरियाणा में मौसम अचानक बदलाव आया है. इसी के चलते प्रदेश में 25 फरवरी देर शाम को कई जिलों में बारिश और कहीं-कहीं भारी ओलावृष्टि हुई (Rain In Haryana) है. भिवानी जिले के कई गांवों में बारिश के साथ भारी ओलावृष्टि हुई. ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. वहीं हिसार जिले के भोजराज गांव और अन्य गांवों में भी जमकर ओलावृष्टि हुई है.
देर शाम प्रदेश में हुई ओलावृष्टि और बारिश के काम तापमान में भी गिरावट दर्ज की (Tempreature In Haryana) गई. प्रदेश में शनिवार को सबसे कम तापमान अंबाला में 8.4 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं सबसे अधिकतम तापमान नारनौल में 28.8 डिग्री सेल्सियस रहा. हिसार का न्यूनतम तापमान 11.7 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से 0.3 डिग्री कम है. वही हिसार का अधिकतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से 0.7 डिग्री ज्यादा रहा.
मौसम विभाग ने शुक्रवार शाम को बादल छाने और कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी के आसार तो जताए थे मगर इस तरह से ओलावृष्टि का किसी को अंदाजा नहीं था. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी विक्षाेभ के एकदम से सक्रिय होने के कारण ऐसा हुआ है. राजस्थान की ओर से हवा का दबाव बढ़ने के कारण इस के साथ लगती सीमाओं में ओलावृष्टि हुई है. जबकि मौसम विभाग ने उत्तरी हरियाणा में शामिल चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल में बादल के साथ बूंदाबांदी के आसार जताए थे. सुबह और शाम के वक्त तेज हवाएं चल रही हैं. इससे हल्की सर्दी भी महसूस हो रही है.
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एम एल खीचड़ के अनुसार 26 फरवरी को उत्तरी हरियाणा में कुछ एक स्थानों पर गरज चमक व छिटपुट बूंदाबांदी की भी संभावना बन रही है. इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट तथा रात्रि तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की भी संभावना है. इसके बाद एक और पाश्चिमी विक्षोभ का आंशिक प्रभाव 28 फरवरी के बाद भी राज्य में संभावित है.
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