हिसार: प्रदेश की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार राज्य के इतिहास की अब तक की सबसे क्रूर सरकार साबित हुई है. ये बात हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी के वरिष्ठ सदस्य एवं रोडवेज कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान राजपाल नैन ने कही.उन्होंने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार हर रोज कर्मचारी व आमजन विरोधी फैसले ले रही है. इसके साथ-साथ सरकारी विभागों का निजीकरण कर पूजीपंतियों के हाथ सौंपा जा रहा है. जिसके भविष्य़ में दुष्परिणाम भुगतने पड़ेंगे.
जिला प्रधान ने कहा कि प्रदेश के लोगों की जीवन रेखा के नाम से पहचान बना चुकी हरियाणा रोडवेज को सरकार खत्म करना चाहती है. उन्होंने कहा कि हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी राज्य सरकार को अवगत करवा चुकी है कि हरियाणा सरकार द्वारा प्रस्तावित स्टेज कैरिज स्कीम 2016 विभाग हित व जनहित में ना होकर प्राइवेट बस ऑपरेट्ररों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई गई है.
उन्होंने कहा कि जनता की मांग अनुसार 273 मुख्य मार्गों पर पहले से ही हरियाणा रोडवेज की बसें बेहतर परिवहन सेवा उपलब्ध करवा रही हैं, लेकिन अब स्टेज कैरिज स्कीम 2016 के तहत इन 273 मार्गों पर प्राइवेट बस मालिकों को रूट परमिट देने की योजना बनाई जा रही है.
'प्राइवेट बस मालिकों का उद्देश्य मुनाफा कमाना है'
राजपाल नैन ने कहा कि प्राइवेट बस मालिकों का जनता को बेहतर परिवहन सेवा देना उदेश्य नहीं है बल्कि मुनाफा कमाना है. प्राइवेट बसों से सरकार को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है, क्योंकि प्राइवेट बस मालिकों द्वारा प्रति बस प्रति माह एकमुश्त केवल 14 हजार रुपये टैक्स सरकार को दिया जा रहा है, जबकि हरियाणा रोडवेज की सरकारी बस द्वारा प्रति माह 40 हजार से 60 हजार रुपये तक सरकार को टैक्स दिया जा रहा है.
16 से 29 जून तक होगा कार्यकर्ता सम्मेलन
राजपाल नैन ने कहा कि स्टेज कैरिज स्कीम लागू करने के विरोध में हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी 16 जून से 29 जून तक सभी डिपो में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कर ही है. इसी के तहत हिसार में 26 जून को कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. इन सम्मेलनों के माध्यम से तालमेल कमेटी आगामी आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी.
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