हिसार: हरियाणा की राजनीति का असर अब विश्वविद्यालयों में भी देखने को मिल रहा है. गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय में इनसो के संयोजक एवं चेयरमैन हरेन्द्र बेनीवाल को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बैन कर दिया है और उन पर जुर्माना लगाया गया है.
इस कारण यूनिवर्सिटी ने उठाया कदम
दरअसल मामला 5 अगस्त का है जब इनसो की स्थापना दिवस पर यूनिवर्सिटी में नशा मुक्ति थीम को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में इनसो के चेयरमैन दिग्विजय चौटाला ने भी शिरकत की थी. उस दिन संगठन से जुड़े छात्रों कार्यक्रम के दौरान जमकर हंगामा किया और यूनिवर्सिटी की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था. जिसके बाद यूनिवर्सिटी ने इनको बैन करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही इन छात्रों पर जुर्माना भी लगाया है.
इनसो नेता ने कहा 'यूनिवर्सिटी एबीवीपी को करना चाहती है मजबूत'
यूनिवर्सिटी के इस फैसले के विरोध में इनसो छात्रों ने वाइस चांसलर के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया. इनसो नेता और छात्र हरेंद्र ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन यूनिवर्सिटी में इनसो को कमजोर कर एबीवीपी को मजबूत करना चाहती है.
हरेंद्र बेनीवाल ने कहा 'यूनिवर्सिटी के वीसी को संघ ने भेजा है'
हरेंद्र बेनीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर को संघ ने ही भेजा हैं. इसलिए वह ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी में बीजेपी और संघ के लोग कुछ भी करें उन पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जाती है.
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दी प्रतिक्रिया
यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार अनिल पुंढीर ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि 5 अगस्त को इनसो के स्थापना दिवस पर नशा मुक्ति कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने ऑडिटोरियम में तोड़फोड़ कर नुकसान किया है. जिसके चलते छात्र हरेंद्र पर यह कार्रवाई की गई है.