हिसार: प्रदेशभर के गेस्ट टीचर्स अपनी मांगों को लेकर आर-पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं. आज प्रदेशभर के 14 हजार गेस्ट टीचर सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करते हुए जिला उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन सौपेंगे और नियमित की मांग (Guest Teacher Protest In Haryana) करेंगे. बता दें कि सोमवार को जींद जिले में हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ की प्रदेश स्तरीय मीटिग में इस बात का फैसला लिया गया था.
हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ (Haryana Guest Teacher Association) अध्यक्ष राजेन्द्र शास्त्री राज्य सरकार पिछले कई सालों से गेस्ट टीचरों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. अगर सरकार जल्द ही गेस्ट टीचरों की समस्याओं का समाधान करते हुए नियमित नहीं करती है तो वह आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए मजबूर होंगे. राजेन्द्र शास्त्री ने कहा कि साल 2019 के बाद सरकार ने गेस्ट टीचर की पोस्ट को रिक्त मान लिया जो कि 16 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है. जब एक्ट नहीं बना था तब भी गेस्ट टीचरों की पोस्टों को रिक्त नहीं माना था.
हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के मीडिया प्रभारी अजय लोहान ने बताया कि पिछले 17 सालों से प्रदेश भर के 14 हजार गेस्ट टीचर हरियाणा (guest teachers Haryana) के सरकारी स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे है. गेस्ट टीचरों की मेहनत व परीक्षा परिणाम को देखकर बीजेपी ने लिखित में वायदा किया था कि उनको सरकार बनते ही पहली कलम से नियमित किया जाएगा लेकिन 8 साल बीत जाने के बाद भी अपना वायदा नहीं निभाया. सरकार की वादा खिलाफी से गेस्ट टीचर एक बार फिर गुस्से में है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही सरकार उनको नियमित नहीं करती है तो प्रदेश भर के 14 हजार गेस्ट टीचर जल्द ही सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे.