हिसार: पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा नेता चौधरी बीरेन्द्र सिंह ने गुरुवार को हिसार में पत्रकारों से बताचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा है किसानों की समस्याओं पर बात करने से कोई भी पार्टी अपने नेता को एंटी पार्टी नहीं कहेगी. वह किसानों का समर्थन करते हैं और इस आंदोलन का सकारात्मक हल निकलने के हक में हैं.
गुरुवार को चौधरी बीरेंद्र सिंह किसान आंदोलन के समर्थन में छोटूराम चौक पर आयोजित एक दिवसीय धरना में शाामिल हुए. उन्होंने कहा कि आज किसान देश की आर्थिक सम्पदा में खुद की हिस्सेदारी मांग रहा है. उन्होने कहा कि अन्नदाता कहलाने से किसान का पेट नहीं भरेगा.
बृजेंद्र अपने फैसले खुद लेते हैं- बीरेंद्र सिंह
बृजेंद्र सिंह के सवाल पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बृजेन्द्र सिंह एक आईएएस रहे हैं. वह अपने कार्य मुझ से पूछ कर नहीं करते थे. उनके स्टैंड के बारे में वही बता सकते हैं, लेकिन वो खुद किसानों की समस्याओं का समाधान चाहते हैं. उन्होंने कहा कि आज किसानों और सरकार के बीच गतिरोध बना हुआ है. ऐसे में सरकार को किसानों को नाराज नहीं करते हुए उनके हक की बात करनी चाहिए और किसानों को भी समाधान की तरफ कदम बढ़ाना चाहिए.
'किसानों की शहादत का सम्मान होना चाहिए'
किसान आंदोलन 30 किसानों की मौत पर उन किसानों के परिवारों को आर्थिक सहायता के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस वक्त देश में 10 करोड़ परिवारों के भविष्य की बात हो रही है किसी एक परिवार की नहीं. जिन किसान मौत हुए है उनकी शहादत है और इसका सम्मान होना चाहिए.
एसवाईएल के मुद्दे पर सिर्फ राजनीति हुई है- बीरेंद्र सिंह
एसवाईएल के मुद्दे पर पूर्व मंत्री ने कहा कि 50 साल से नेताओं ने इस मुद्दे पर सिर्फ राजनीति की है, मन से समाधान नहीं निकाला. अब किसान के आंदोलन के समय में इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि सर छोटूराम विचार मंच पूरे प्रदेश में किसानों को जागरुक करने का काम करेंगे. पहले चरण में धरना दिया जा रहा है और दूसरे चरण में पूरे प्रदेश में तिरंगा यात्रा निकाली जायेगी.
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