हिसार: बीजेपी राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा की गाड़ी पर शुक्रवार को हुए हमले के (Rajya Sabha MP Ramchandra Jangra car attacked) मामले में तीन किसानों पर नामजद मामला दर्ज किया गया है. इस मामले को लेकर किसान शुक्रवार से ही धरने पर बैठे हुए हैं. अब शनिवार को नारनौंद थाने में किसानों की महापंचायत (hisar farmer mahapanchayat) चल रही है. इस महापंचायत में सतरोल खाप, रोघी खाप, सातबास खाप, पूनिया खाप के प्रतिनिधि समेत सयुंक्त मोर्चा के भी कई बड़े नेता पहुंचे हैं.
हालांकि किसान नेता राकेश टिकैत को भी इस महापंचायत में पहुंचना था, लेकिन वे अभी तक नहीं पहुंचे हैं. किसान नेताओं की मांग है कि बीजेपी सांसद का विरोध करने के चलते जिन किसानों पर मुकदमे दर्ज किए गए उसको खारिज किया जाए. किसान नेताओं ने कहा कि सांसद के साथ आए लोगों ने किसानों पर हमला किया. जिसमें एक किसान गंभीर रूप से घायल है. उसको लेकर सांसद व उनके लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए.
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वहीं प्रदर्शन में घायल हुए सातरोड वासी किसान कुलदीप का रात अस्पताल में ऑपरेशन हुआ. हालांकि अभी तक कुलदीप को होश नहीं आया है और अगले 72 घंटे उनके लिए अहम बताए जा रहे हैं. युवा किसान कुलदीप खरड़ ने बताया कि सांसद रामचंद्र जांगड़ा के साथ आए एक व्यक्ति ने कुलदीप के सिर पर जोरदार मुक्का मारा. इससे उसके सिर की नस फट गई. जब तक प्रशासन इस मामले में कार्रवाई नहीं करता तब तक थाना परिसर में धरना जारी रहेगा.
दरअसल, शुक्रवार को बीजेपी राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा हिसार के नारनौंद में जांगड़ा धर्मशाला की नींव रखने के लिए पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि कार्यक्रम की सूचना किसानों को भी मिल गई थी और किसान बड़ी संख्या में विरोध करने के लिए एकजुट हो गए. दूसरी तरफ प्रशासन की तरफ से भी मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया था. जैसे ही सांसद को पुलिस दूसरे रास्ते से लेकर आई तो किसान विरोध करने के लिए सामने आ गए और पुलिस के साथ धक्का मुकी शुरू हो गई. इसी बीच सांसद रामचंद्र की गाड़ी का शीशा भी टूट गया.
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सांसद का विरोध करने के लिए किसान काले झंडों के साथ मौके पर पहुंच और जिस गली से राज्यसभा सांसद को निकलना था उस गली में ट्रैक्टर ट्रॉली को खड़ी कर रास्ता बंद कर दिया गया. इसके बाद किसानों ने सांसद का विरोध करना शुरू किया और बैरिकेडिंग से आगे बढ़ने लगे. इसके बाद पुलिस और किसानों के बीच टकराव हो गया. इसके बाद पुलिस ने किसानों पर हल्का बल प्रयोग करना शुरू कर दिया. पुलिस और किसानों में धक्का-मुक्की के बाद किसानों की तरफ से कहा जा रहा है कि किसानों को पुलिस ने पीटा भी है. पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया था जिन्हें देर रात रिहा कर दिया गया. वहीं इस दौरान एक किसान भी घायल हो गया. पुलिस ने तीन किसानों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया है. वहीं किसानों पर दर्ज मामले रद्द करवाने को लेकर किसान धरने पर बैठे हैं और थाने में महापंचायत कर रहे हैं.
बता दें कि, बीजेपी राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा किसानों और किसान आंदोलन के खिलाफ कई बार बयान दे चुके हैं. उन्होंने सबसे पहले कहा था कि ये आंदोलन किसानों का नहीं है बल्कि कांग्रेस के इशारे पर ये आंदोलन किया जा रहा है. राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने किसानों के लिए शराबी, निठल्ले जैसे शब्दों का प्रयोग किया था. साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि किसान आंदोलन की आड़ में धरनास्थलों पर वेश्यावृत्ति और नशाखोरी चल रही है. धरनास्थलों पर कई तरह के अनैतिक काम हो रहे हैं. सांसद के इन्हें बयानों को लेकर किसान लगातार उनका विरोध कर रहे हैं.
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