हिसार: जिला को सूखा घोषित करवाने के लिए किसान सभा ने जिला उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया. सभा के जिला सचिव सूबेसिंह बूरा ने बताया कि बीडीओ को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा गया है.
ये हैं किसानों की मांग
किसानों के मुताबिक हिसार जिले में बारिश ना होने के कारण भयंकर सूखा है. इससे नरमा, गवार, मूंग, जीरी की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है और बाजरा की फसल भी मंडी में आ चुकी है. जिसे व्यापारी 1100 से 1200 रुपये प्रति क्विंटल के सस्ते दाम पर खरीद रहे हैं. व्यापारी किसानों की फसल को लूट रहे हैं. सरकार की तरफ से अभी कोई भी एजेंसी ने फसल खरीद की शुरूआत नहीं की है.
नहरों में नहीं है पानी
नहरों का पानी किसानों को नहीं मिल रहा है. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने कर्जा माफी के झूठे वादे किए. किसानों ने कर्ज माफी, आवारा पशुओं रोक लगाने की मांग की है. किसानों का साल 2018 का फसल बीमा बैंकों द्वारा आज तक उनके खातों में नहीं डाला गया. इन मांगों को लेकर किसान सभा ने धरना देकर मांग की है कि उपरोक्त मांगों को माना जाए.
ये होगा किसानों का अगला कदम
सूबेसिंह बूरा ने बताया कि अपनी इन मांगों को लेकर किसान सभा द्वारा 8 सितम्बर को जाट धर्मशाला में महापंचायत की जाएगी जिसे सभा के राष्ट्रीय प्रधान व पूर्व विधायक अमराराम तथा प्रांतीय सचिव दयानंद पूनिया आदि संबोधित करेंगे