हिसारः लगातार बढ़ते आगजनी के मामलों को लेकर प्रदेश में जगह-जगह चेकिंग अभियान चलाए जा रहे हैं. यही नहीं शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने भी बयान दिया था कि एक महीने के अंदर सूबे की तमाम ऐसी जगहों का निरीक्षण किया जाएगा और अवैध रूप से बिना व्यापक प्रबंधों के चलने वाले संस्थानों पर कार्रवाई भी की जाएगी.
उसके बावजूद अब तक किसी तरीके के प्रबंधों को जमीनी स्तर पर नहीं देखा जा रहा है. मंत्रियों के इस प्रकार के आदेशों का क्रियान्वयन करने वाले अधिकारियों के अपने ही ठिकाने महफूज नहीं हैं. ईटीवी भारत की टीम ने हिसार जिले के सचिवालय का जायजा लिया तो चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए.
टीम के इस चेकिंग अभियान में सामने आया कि दशकों पुरानी 4 मंजिला इमारत में कहने को तो आग बुझाने के लिए सिलेंडर रखे गए हैं, लेकिन इनमें से काफी को तो तीन-चार साल से रीफिल ही नहीं करवाया गया है. सचिवालय में विभिन्न विभागों के जिला स्तर के कार्यालय हैं, जहां पूरा प्रशासनिक अमला बैठता है और इन्हीं के कंधों पर पूरे जिले के लगभग 308 गांव की कमान है. लेकिन जब अपना ही घर सुरक्षित ना हो तो दूसरों की उम्मीद पर ये अधिकारी कैसे खरा उतरेंगे.
वहीं इस बारे में जब जिला उपायुक्त अशोक मीणा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि ये सिलेंडर आखिरी बार कब रीफिल करवाए गए थे. हालांकि जिला उपायुक्त अशोक मीणा ने दावा करते गुए कहा कि इस तरीके से लापरवाही करने वाले अधिकारियों को चिन्हित कर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.