हिसार: भारत में 1 जुलाई डॉक्टर्स डे (doctors day 2022) के रूप में मनाया जाता है. इस दिन डॉक्टर्स के काम और उनके सम्मान में लोग उन्हें शुभकामनाएं देते हैं. उनकी सेवा के लिए उनका धन्यवाद करते हैं. कोरोना काल में डॉक्टर्स ने जिस तरह से अपनी जिम्मेदारी निभाई वो एक महान काम है. डॉक्टर्स डे (national doctors day 2022) के विशेष अवसर पर ईटीवी भारत ने कुछ ऐसे डॉक्टर से बतचीत की. जो दूसरों के लिए मिसाल भी बने हैं.
हरियाणा में हिसार जिले से 30 किमी दूर एक गांव है पाबड़ा. इस गांव से करीब एक दर्जन डॉक्टर आज हिसार, दिल्ली, गुरुग्राम जैसे शहरों के बड़े अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. लेकिन जिस जन्मभूमि से ये निकल कर आए हैं. उसके लिए आज भी काम कर रहे हैं. समय-समय पर कैंप लगाकर ये सभी डॉक्टर गांव के सभी बुजुर्गों मरीजों का निशुल्क इलाज (hisar doctors provide free treatment) करते हैं.
पाबड़ा गांव के रहने वाले डॉक्टर अनूप गोयल (dr anoop goyal hisar) ने बताया कि हम सब की यही कोशिश रहती है कि हम अपने पूर्वजों की धरती का कुछ कर चुका पाए और हमारी कोशिश रहती है कि हम अपने प्रोफेशन के जरिए गांव के लोगों का इलाज कर सकें. इसके लिए हम समय-समय पर गांव में फ्री कैंप लगाते हैं. इसके अलावा जो भी मरीज गांव से हमारे संपर्क में आता है. उसका इलाज निशुल्क और कम से पैसे में करवाने की कोशिश करते हैं.
उन्होंने कहा कि गांव से भी संबंध रखने वाले कई डॉक्टर हैं जो बड़े-बड़े अस्पतालों में सेवाएं दे रहे हैं. वो सब हमारे संपर्क में हैं और हम आपस में कोऑर्डिनेट करके कैम्प आयोजन करते हैं. डॉक्टर गोयल ने बताया कि वो स्किन स्पेशलिस्ट हैं. वो उनके गांव से आने वाले किसी भी मरीज से ओपीडी की फीस नहीं लेते. अगर कोई जरूरतमंद मरीज है, तो उसे दवाइयां भी निशुल्क दिलवाने का प्रयास करते हैं. इसके अलावा अगर किसी अन्य समस्या को लेकर भी गांव का कोई मरीज उनके संपर्क में आता है. तो वो अपने नेटवर्क में अन्य डॉक्टरों तक भी उसे रेफर करते हैं और उसका इलाज कम से कम पैसे में करवाने की कोशिश करते हैं.