हिसार: अगर आप हरियाणा के नक्शे में सबसे स्वच्छ गांव तलाशेंगे तो पहला नाम लांधरी गांव का ही आएगा. हिसार जिले का लांधरी गांव अपनी अलग ही पहचान बना रहा है. इस गांव में समस्याएं कम और सुविधाएं ज्यादा हैं. ये सब ग्रामीणों की पहल और लगन की वजह से हो रहा हैं. इस गांव की गलियां और सड़कें किसी शहर से कम नहीं हैं. इस गांव में स्वच्छता का खास ख्याल रखा जाता है.
ये है हरियाणा का स्वच्छ गांव
इस गांव क स्वच्छता से प्रेरित होकर सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस गांव के सरपंच को साल 2018 में सम्मानित भी किया था. गांव की गलियां और सड़कों पर कूड़े या गंदगी का एक तिनका भी नजर नहीं आएगा. गली और सड़क सभी पक्की है. हर जगह सिर्फ और सिर्फ स्वच्छता की ही बोलबाला है.
इस गांव में सुविधाएं भी आधुनिक है. हर गली और सड़कों पर स्ट्रीट लाइटें लगी हुई हैं. हैरत की बात ये है कि ये लाइटें भी सौर उर्जा से जलती है. हिसार के इस गांव में सुंदर पार्क भी है, जहां लोग सुबह की सैर करने आते हैं. इस गांव का पार्क किसी बड़े नगर के पार्क को टक्कर देने के लिए काफी है. ये पार्क अपने आप में एक अनूठा है, जहां हरियाली तो है ही इसके साथ ही इस पार्क में साफ-सफाई का भी खास ख्याल रखा गया है. हालांकि इस गांव में सिर्फ दो ही सफाई कर्मचारी हैं, इसके बाद भी ग्रामीण खुद ही अपने गांव की सफाई में लग जाते हैं.
सरकारी स्कूल भी है आधुनिक
इस गांव का सरकारी स्कूल भी शहर के निजी स्कूल से काफी बेहतर है. यहां बेटी और बेटा सभी बराबर शिक्षा लेने आते हैं. इस गांव का भाईचारा ऐसा है कि पिछले चार साल में यहां एक भी अपराध का मामला दर्ज नहीं हुआ है. यदि कोई लड़ाई झगड़ा होता है तो उसे भी बैठकर सुलझा लिया जाता है.
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ऐसे मिसाल बना ये गांव
ऐसा नहीं कि इस गांव में ये सब एक झटके में हुआ हो. ये सब पिछले चार साल की मेहनत का नतीजा है. इससे पहले ये गांव किसी खंडहर से कम नहीं था. सरपंच प्रतिनिधि विजय पूनिया ने इस गांव को ऐसा बनाने के लिए काफी मेहनत की, जिससे इस गांव को शहर बनते देर नहीं लगी. भारत को गांवों का देश कहा जाता है और हरियाणा भी गांव पर ही निर्भर है. जाहिर है गांव स्वच्छ रहेंगे तो प्रदेश और देश दोनों ही आगे बढ़ेंगे. ऐसे में हिसार का लांधरी गांव भी हम सब के लिए एक मिसाल है.