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भविष्य के लिए दांव पर जिंदगी, ऐसे कैसे पढ़ेगा हरियाणा ?

60 साल पहले बने घिराय गांव के प्राथमिक स्कूल में करीब 84 बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं, लेकिन स्कूल की इमारत इतनी जर्जर है कि हर पल यही डर रहता है कि कहीं बिल्डिंग गिर ना जाए.

जर्जर हालत में हांसी का प्राइमरी स्कूल
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Published : Jun 11, 2019, 2:35 PM IST

Updated : Jun 11, 2019, 6:06 PM IST

हिसार: यूं तो हरियाणा सरकार दावे करती है कि स्कूलों को डिजिटल बनाएंगे. स्कूलों की स्थिति में सुधार लाएंगे, शिक्षकों की कमी को दूर करेंगे और सरकारी स्कूलों में छात्रों को अच्छी सुविधाएं देंगे, लेकिन हांसी के घिराय गांव के प्राइमरी स्कूल की तस्वीरें हकीकत बयां करती हैं.

60 साल पहले बनी थी बिल्डिंग, आज तक मरम्मत नहीं हुई
60 साल पहले बने घिराय गांव के प्राथमिक स्कूल में करीब 84 बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं. लेकिन स्कूल की इमारत इतनी जर्जर है कि हर पल यही डर रहता है कि कहीं बिल्डिंग गिर ना जाए. दीवारों में दरार, टूटे हुए दरवाजे-खिड़की से इस स्कूल की खस्ता हालत साफ दिखाई देती है.

जर्जर हालत में हांसी का प्राइमरी स्कूल

'शिकायत कई बार हुई लेकिन कार्वाई नहीं हुई'
लोगों का कहना है कि कई बार लिखित में शिकायत दी गई है, लेकिन स्कूल की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है. इसी को लेकर लोगों ने हांसी के खंड शिक्षा अधिकारी सुभाष वर्मा को शिकायत दी.

अब मिला आश्वासन
मामले में खंड शिक्षा अधिकारी सुभाष वर्मा का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली है. जल्द ही स्कूल का एस्टीमेट बनाकर विभाग को भेजा जाएगा और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल में सुविधाएं दी जाएंगी.

हिसार: यूं तो हरियाणा सरकार दावे करती है कि स्कूलों को डिजिटल बनाएंगे. स्कूलों की स्थिति में सुधार लाएंगे, शिक्षकों की कमी को दूर करेंगे और सरकारी स्कूलों में छात्रों को अच्छी सुविधाएं देंगे, लेकिन हांसी के घिराय गांव के प्राइमरी स्कूल की तस्वीरें हकीकत बयां करती हैं.

60 साल पहले बनी थी बिल्डिंग, आज तक मरम्मत नहीं हुई
60 साल पहले बने घिराय गांव के प्राथमिक स्कूल में करीब 84 बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं. लेकिन स्कूल की इमारत इतनी जर्जर है कि हर पल यही डर रहता है कि कहीं बिल्डिंग गिर ना जाए. दीवारों में दरार, टूटे हुए दरवाजे-खिड़की से इस स्कूल की खस्ता हालत साफ दिखाई देती है.

जर्जर हालत में हांसी का प्राइमरी स्कूल

'शिकायत कई बार हुई लेकिन कार्वाई नहीं हुई'
लोगों का कहना है कि कई बार लिखित में शिकायत दी गई है, लेकिन स्कूल की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है. इसी को लेकर लोगों ने हांसी के खंड शिक्षा अधिकारी सुभाष वर्मा को शिकायत दी.

अब मिला आश्वासन
मामले में खंड शिक्षा अधिकारी सुभाष वर्मा का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली है. जल्द ही स्कूल का एस्टीमेट बनाकर विभाग को भेजा जाएगा और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल में सुविधाएं दी जाएंगी.

Intro:हांसी वैसे तो प्रदेश में सूबे की मनोहर सरकार सरकारी स्कूलों को डिजिटल करने और बच्चो को अच्छी शिक्षा देने की बाते की जाती है।Body:हांसी वैसे तो प्रदेश में सूबे की मनोहर सरकार सरकारी स्कूलों को डिजिटल करने और बच्चो को अच्छी शिक्षा देने की बाते की जाती है। लेकिन ये दावे हवाई रह जाते है। जब हम प्रदेश के सरकारी स्कूलो का हाल देखते है। तो हांसी के घिराय गांव के लोगो ने राजकीय प्राइमरी स्कूल की खस्ता हालत के चलते हांसी के खण्ड शिक्षा अधिकारी सुभाष वर्मा को शिकायत दी घिराय गांव के लोगो ने बताया की स्कूल कुल में 86 बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते है लेकिन इस स्कूल की पूरी भवन की दीवारों में दरारे आ गयी है। और पूरा भवन जर्जर हालत में है। कभी भी गिर सकती है। जिससे कभी भी बड़ा हादसा होने का खतरा बना रहता है। लेकिन प्रशासन को इसका अंदेशा नहीं है।Conclusion:वैसे तो शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा सरकारी स्कूलों को डिजिटल करने की कहते है। लेकिन तस्वीरें कुछ और ही बया करती है। वही इस बारे में हांसी के खंड शिक्षा अधिकारी सुभाष वर्मा ने बताया की बताया की जल्द ही स्कूल के खस्ता हालत को सुधारने के लिए सरकार को एस्टीमेट बनवा कर भेज देंगे और जल्द समस्या का समाधान किया जायेगा।
बाईट - सुभाष वर्मा,हांसी के खण्ड शिक्षा अधिकारी
बाईट -रिया ,ग्रामीण
Last Updated : Jun 11, 2019, 6:06 PM IST
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