हिसार: यूं तो हरियाणा सरकार दावे करती है कि स्कूलों को डिजिटल बनाएंगे. स्कूलों की स्थिति में सुधार लाएंगे, शिक्षकों की कमी को दूर करेंगे और सरकारी स्कूलों में छात्रों को अच्छी सुविधाएं देंगे, लेकिन हांसी के घिराय गांव के प्राइमरी स्कूल की तस्वीरें हकीकत बयां करती हैं.
60 साल पहले बनी थी बिल्डिंग, आज तक मरम्मत नहीं हुई
60 साल पहले बने घिराय गांव के प्राथमिक स्कूल में करीब 84 बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं. लेकिन स्कूल की इमारत इतनी जर्जर है कि हर पल यही डर रहता है कि कहीं बिल्डिंग गिर ना जाए. दीवारों में दरार, टूटे हुए दरवाजे-खिड़की से इस स्कूल की खस्ता हालत साफ दिखाई देती है.
'शिकायत कई बार हुई लेकिन कार्वाई नहीं हुई'
लोगों का कहना है कि कई बार लिखित में शिकायत दी गई है, लेकिन स्कूल की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है. इसी को लेकर लोगों ने हांसी के खंड शिक्षा अधिकारी सुभाष वर्मा को शिकायत दी.
अब मिला आश्वासन
मामले में खंड शिक्षा अधिकारी सुभाष वर्मा का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली है. जल्द ही स्कूल का एस्टीमेट बनाकर विभाग को भेजा जाएगा और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल में सुविधाएं दी जाएंगी.