हिसार: शहर हिसार की ऑटो मार्केट पूरे देश में अपनी खास पहचान बनाए हुए है. यहां करीब 1300 ऑटो प्रोडक्ट्स एंड सर्विसेज की दुकानें हैं. इनमें ट्रक, कार, ट्रैक्टर, बाइक, स्कूटर ही नहीं, हर तरह के वाहनों की मरम्मत का काम होता है. इस मार्केट से करीब 12 हजार लोगों का रोजगार जुड़ा है. यहां हर वाहन के माहिर जानकार हैं, जो बॉडी मेकिंग, डेंटिंग, पेंटिंग, वेल्डिंग का काम करते हैं. इतनी खूबियों की बदौलत इसे एशिया की सबसे बड़ी मार्केट कहा जाता है.
गाड़ियों के एसेसरीज का काम करने वाले दुकानदार योगेंद्र बताते हैं कि यह मार्केट 70 के दशक में बनी थी, धीरे-धीरे ये मार्केट इस तरह बढ़ती गई कि, ट्रकों और अन्य बड़े वाहनों की मरम्मत के लिहाज से हिसार ऑटो मार्केट से बेहतर मार्केट देशभर में कोई नहीं है. इसलिए पंजाब, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, दिल्ली और अन्य कई राज्यों से ट्रकों वह बड़े वाहनों की रिपेयरिंग करवाने के लिए यहां पहुंचते हैं. उनके पास भी रोजना आसपास के राज्यों से गाड़ियों का काम करवाने लोग आते हैं.
सुरेंद्र इस मार्केट में ट्रकों की बॉडी मेकिंग करते हैं. उनका कहना है कि ये मार्केट इस लिए भी खास है कि यहां गाड़ियों के सिर्फ नए ही नहीं बल्कि पुराने पार्ट भी बड़ी आसानी से मिल जाते हैं. यहां छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा हर प्रकार का स्पेयर पार्ट मिल जाता है. यहां इस मार्केट में कई स्टेट्स से लोग काम करवाने के लिए आते हैं. जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, पंजाब के वाहन तो यहां हर रोज बड़ी संख्या में पहुंचते. इस मार्केट की खासियत है कि यहां एक बार आप किसी भी काम के लिए आओगे तो आपको कहीं और जाने की जरूरत नहीं है. छोटे से छोटा पेंच से लेकर बड़े से बड़े पुर्जा भी यहां मिल जाता है.
राजस्थान से अपनी गाड़ी ठीक करवाने आए ड्राइवर रोहतास ने बताया कि वो हमेशा गाड़ी ठीक करवाने यहां आते हैं, क्योंकि यहां बढ़िया और सस्ता काम हो जाता. रोहतास ने कहा कि उनके राजस्थान से और आसपास से बहुत से लोग यहां आते हैं. राजस्थान के करीब 80 फीसदी बड़ी गाड़ियों के काम करवाने के लिए लोग हिसार की मार्केट में आते हैं.
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करोड़ों का रेवेन्यू, फिर भी खस्ताहाल: एक अनुमान के मुताबिक यहां लगभग 1300 दुकानों से रोजाना 4 करोड़ लगभग रुपये का व्यापार होता है. कुल मिलाकर 1200 करोड़ सलाना व्यापार होता और सरकार को टैक्स के रूप में यहां से करोड़ों रुपये की आमदनी होती है, लेकिन यहां सुविधाओं के नाम पर बिल्कुल कुछ भी नहीं है. दुकानदारों को उम्मीद है कि सरकार और प्रशासन की अपनी उदासीनता छोड़कर उनके मार्केट पर ध्यान देंगी, ताकि ये ऐशिया की सबसे बड़ी ही नहीं, बेस्ट ऑटो मार्केट भी बनें.
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