हिसार: प्रदेश और देश के कई हिस्सों में आए बर्ड फ्लू के मामलों को लेकर जिला पशुपालन विभाग अलर्ट पर है. जिले में अभी तक बर्ड फ्लू से संबंधित कोई मामला सामने नहीं आया है. वहीं, पशुपालन विभाग ने सभी खंड अधिकारियों को नजर रखने और आवश्यक एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं।
उपनिदेशक डॉ. राजेंद्र वत्स ने बताया कि मामले में निगरानी रखी जा रही है. वहीं, लाला लाजपत राय पशु विज्ञान एवं पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. नीलेश संधू ने बताया कि विवि में भी अभी तक बर्ड फ्लू से संबंधित कोई मामला या सैंपल जांच के लिए नहीं आया है.
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क्या होता है बर्ड फ्लू?
बर्ड फ्लू एक वायरल इंफेक्शन है जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा भी कहते हैं. ये एक पक्षी से दूसरे पक्षियों में फैलता है. बर्ड फ्लू का सबसे जानलेवा स्ट्रेन H5N1 होता है. H5N1 वायरस से संक्रमित पक्षियों की मौत भी हो सकती है. ये वायरस संक्रमित पक्षियों से अन्य जानवरों और इंसानों में भी फैल सकता है और इनमें भी ये वायरस इतना ही खतरनाक है.
कैसे फैलता है बर्ड फ्लू?
किसी बीमार पक्षी के संपर्क में आने से व्यक्ति को बर्ड फ्लू हो सकता है। इसके अलावा ऐसी किसी सतह के संपर्क में आने से भी बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ जाता है। जहां पर किसी बीमार पक्षी के पंख पड़े हो उसका सलाइवा गिरा हो या वहां पर उसका मल हो।
बर्ड फ्लू के लक्षण:
- सांस लेने में दिक्कत होना
- गले में दर्द होना
- मांसपेशियों में अकड़न होना
- खांसी और जुकाम होना
- सिर में दर्द और बुखार हो