हिसार: रविवार को हिसार में किसानों पर हुए लाठीचार्ज से किसानों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. किसान लगातार सरकार का विरोध कर रहे हैं जिसके चलते कुछ गांवों ने सरकार का विरोध जताने के लिए लॉकडाउन के नियमों का पालन करने से इंकार कर दिया है.
जहां मंगलवार को जिले के मसूदपुर गांव के लोगों ने लॉकडाउन का विरोध करने का फैसला लिया है तो वहीं अब हिसार जिले का एक और गांव किसानो के समर्थन में आगे आया है. अब डाटा गांव ने किसानों के समर्थन में सरकार के खिलाफ असहयोग आंदोलन का एलान किया है. गांव में हुई पंचायत में फैसला लिया गया है कि ग्रामीण लॉकडाउन को नहीं मानेंगे और गांव में रोजाना दुकानें खुलेंगी.
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बुधवार को गांव डाटा में सरपंच विनोद की अध्यक्षता में हुई पंचायत में ग्रामीणों ने किसानों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा करते हुए सरकार की भर्त्सना की. ग्रामीणों ने एलान किया कि कोविड-19 को लेकर सरकार का सहयोग नहीं करेंगे. गांव के लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं करेंगे और गांव में स्वास्थ्य और पुलिस की टीम को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. पंचायत में फैसला लिया गया की युवाओं की टोली गांव के बस अड्डे पर तैनात रहेंगी और गांव में सामान्य दिनों की तरह दुकानें खुलेंगी.
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आपको बता दें कि इससे पहले मंगलवार को मसूदपुर गांव की पंचायत ने भी कोरोना नियमों को मानने से इनकार कर दिया था। गांव में पंचायत कर सर्वसम्मति से गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बनाए गए कोरोना केयर सेंटर को हटाने का फैसला लिया गया था.