कुरुक्षेत्र: प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है, जहां पर देशभर के साधु महाकुंभ में आए हुए हैं. लेकिन हरियाणा के एक युवा साधु प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में आईआईटियन बाबा के नाम पर मशहूर हुए हैं. IIT करके लाखों रुपये की नौकरी छोड़कर उसने साधु बनने का मन बनाया है. जो सोशल मीडिया से लेकर मीडिया में छाए हुए हैं.
जानें क्या बोले अभय सिंह के टीचर: मीडिया ने IIT बाबा के फिजिक्स टीचर सतबीर सिंह को खोजा, जिन्होंने उसे साल 2005-2007 तक डी एच लारेस स्कूल झज्जर में पढ़ाया और उनसे मुलाकात की. मुलाकात में शिक्षक सतबीर सिंह बोले कि अभय सिंह ने अध्यात्म का रास्ता अपनाया. वह फिलहाल सही लगता है, लेकिन वैराग्य जीवन क्यों अपनाया, ये सोचने का विषय है. घर पर माता-पिता का झगड़ा होना हर घर की कहानी है, लेकिन पी.टी.एम में ऐसी कोई बात कभी भी निकल कर नहीं आई. उन्होंने कहा कि अभय कि स्मरण शक्ति गजब की थी. अभय सिंह होनहार विद्यार्थी थे.
'कमाल का विद्यार्थी था अभय सिंह': शिक्षक सतवीर सिंह बताते हैं कि वह पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी अव्वल था. मंच संचालन तो गजब का करता था. शिक्षक ने कहा कि अभय सिंह इतना प्रभावशाली और धारा प्रवाह में बोलता था कि उसे वह अभय चौटाला कहकर संबोधित करते थे. उसकी स्मरण शक्ति भी कमाल की थी. आज वह लाखों रुपये का पैकेज छोड़कर भगवान शंकर की शरण में है. यानी अध्यात्म का रास्ता अपना रहा है. काफी अच्छी बात है. भगवान की उस पर कृपा है. हालांकि सबकी अपनी-अपनी सोच होती है, लेकिन स्कूल के दिनों में वह काफी अच्छा विद्यार्थी था. शुरू से ही उनकी सोच दूसरे विद्यार्थियों से काफी अलग थी. अभय सिंह हमेशा हंसते रहते थे, यह उनकी खास बात थी.
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