गुरुग्राम: राजस्थान से दो युवकों का अपहरण कर हरियाणा के भिवानी में जलाने की वारदात के मामले में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर हत्या का केस दर्ज किए जाने से बजरंग दल कार्यकर्ताओं में आक्रोश है.
विश्व हिंदू परिषद ने इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की है. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों का कहना है कि जिस वक्त यह वारदात हुई उस वक्त न तो मोनू मानेसर घटनास्थल पर मौजूद था और ना ही संगठन से जुड़े अन्य कार्यकर्ता वहां थे. विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों का आरोप है कि राजस्थान सरकार ने केवल शक के आधार पर संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं को नामजद किया है.
इस केस में राजस्थान सरकार द्वेष भावना से कार्रवाई कर रही है. इस केस की निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई जांच होनी चाहिए. विश्व हिंदू परिषद हरियाणा के अध्यक्ष पवन कुमार ने कहा कि यदि राजस्थान पुलिस भिवानी में बोलेरो कांड मामले में बिना किसी सबूत के आधार पर माेनू मानेसर व उसके किसी भी सदस्य को गिरफ्तार किया तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे. जिसमें महापंचायत के बाद चक्का जाम करने जैसे फैसले लिए जा सकते हैं.
उन्होंने कहा कि भिवानी में बोलेरो कांड मामले में मृतक की बहन और नूहं पुलिस की बातों में भी विरोधाभास है. बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों का कहना है कि राजस्थान पुलिस बिना जांच किए ही माेनू व उसके साथियों को गिरफ्तार कर रही है. उन्हें थर्ड डिग्री टॉर्चर कर जुर्म किए बिना ही उसे कबूल कराने की संभावना है.
पदाधिकारियों का कहना है कि राजस्थान पुलिस मामले में कार्रवाई करने से पहले पूरी तरह से जांच कर सबूत जुटाए. यदि बजरंग दल के किसी भी कार्यकर्ता की इस कृत्य में संलिप्तता पाई जाती है, तो वह स्वयं आरोपियों को पुलिस के हवाले कर देंगे. लेकिन पुलिस ने सबूत जुटाए बिना ही किसी भी कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया, तो वह सड़कों पर उतरकर न केवल हरियाणा बल्कि राजस्थान में भी आंदोलन करेंगे.
पढ़ें: भिवानी में बोलेरो कांड: कांग्रेस ने हरियाणा सरकार पर साधा निशाना, दोषियों को फांसी देने की मांग
क्या है पूरा मामला: गौ रक्षक व बजरंग दल नेता मोनू मानेसर व उसके साथियों पर 15 फरवरी को राजस्थान से दो युवकों का अपहरण करने का आरोप लगा था. इसकी शिकायत एक व्यक्ति ने राजस्थान पुलिस को देते हुए माेनू व उसके साथियों के खिलाफ मारपीट करने व अपहरण करने का केस दर्ज कराया था. इसके बाद उन दोनों युवकों के शव गाड़ी में जली हुई हालत में हरियाणा के भिवानी क्षेत्र में मिले. ऐसे में राजस्थान पुलिस ने इसमें हत्या की धाराएं जोड़ दी हैं. वहीं, इसी बीच मोनू मानेसर ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर अपना पक्ष पुलिस व जनता के सामने रखा है.
राजनीतिक हित साधने के लिए बजरंग दल कार्यकर्ताओं को राजस्थान सरकार बना रही निशाना- विश्व हिंदू परिषद - राजस्थान पुलिस भिवानी में बोलेरो कांड
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने (VHP on Rajasthan Government ) हरियाणा के भिवानी में बोलेरो कांड के लिए संगठन के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाने पर रोष व्यक्त किया है. संगठन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपना पक्ष रखते हुए बिना सबूत कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.
गुरुग्राम: राजस्थान से दो युवकों का अपहरण कर हरियाणा के भिवानी में जलाने की वारदात के मामले में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर हत्या का केस दर्ज किए जाने से बजरंग दल कार्यकर्ताओं में आक्रोश है.
विश्व हिंदू परिषद ने इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की है. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों का कहना है कि जिस वक्त यह वारदात हुई उस वक्त न तो मोनू मानेसर घटनास्थल पर मौजूद था और ना ही संगठन से जुड़े अन्य कार्यकर्ता वहां थे. विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों का आरोप है कि राजस्थान सरकार ने केवल शक के आधार पर संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं को नामजद किया है.
इस केस में राजस्थान सरकार द्वेष भावना से कार्रवाई कर रही है. इस केस की निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई जांच होनी चाहिए. विश्व हिंदू परिषद हरियाणा के अध्यक्ष पवन कुमार ने कहा कि यदि राजस्थान पुलिस भिवानी में बोलेरो कांड मामले में बिना किसी सबूत के आधार पर माेनू मानेसर व उसके किसी भी सदस्य को गिरफ्तार किया तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे. जिसमें महापंचायत के बाद चक्का जाम करने जैसे फैसले लिए जा सकते हैं.
उन्होंने कहा कि भिवानी में बोलेरो कांड मामले में मृतक की बहन और नूहं पुलिस की बातों में भी विरोधाभास है. बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों का कहना है कि राजस्थान पुलिस बिना जांच किए ही माेनू व उसके साथियों को गिरफ्तार कर रही है. उन्हें थर्ड डिग्री टॉर्चर कर जुर्म किए बिना ही उसे कबूल कराने की संभावना है.
पदाधिकारियों का कहना है कि राजस्थान पुलिस मामले में कार्रवाई करने से पहले पूरी तरह से जांच कर सबूत जुटाए. यदि बजरंग दल के किसी भी कार्यकर्ता की इस कृत्य में संलिप्तता पाई जाती है, तो वह स्वयं आरोपियों को पुलिस के हवाले कर देंगे. लेकिन पुलिस ने सबूत जुटाए बिना ही किसी भी कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया, तो वह सड़कों पर उतरकर न केवल हरियाणा बल्कि राजस्थान में भी आंदोलन करेंगे.
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क्या है पूरा मामला: गौ रक्षक व बजरंग दल नेता मोनू मानेसर व उसके साथियों पर 15 फरवरी को राजस्थान से दो युवकों का अपहरण करने का आरोप लगा था. इसकी शिकायत एक व्यक्ति ने राजस्थान पुलिस को देते हुए माेनू व उसके साथियों के खिलाफ मारपीट करने व अपहरण करने का केस दर्ज कराया था. इसके बाद उन दोनों युवकों के शव गाड़ी में जली हुई हालत में हरियाणा के भिवानी क्षेत्र में मिले. ऐसे में राजस्थान पुलिस ने इसमें हत्या की धाराएं जोड़ दी हैं. वहीं, इसी बीच मोनू मानेसर ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर अपना पक्ष पुलिस व जनता के सामने रखा है.