गुरुग्राम: मॉनसून में दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस-वे के हीरो होंडा चौक, राजीव चौक, मेडिसिटी और सिग्नेचर टावर अंडरपास को बचाने के लिए जीएमडीए ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. आपको बता दें कि पिछले दिनों करवाए गए सर्वे में चारों अंडरपास में खामियां मिलीं थी. इसके बाद जीएमडीए के सीईओ ने आदेश जारी किया कि एनएचएआई चारों अंडरपास को टेकओवर कर खामियों को दूर करे.
मिली जानकारी के मुताबिक अगले हफ्ते तक जीएमडीए तीन अंडरपास को टेकओवर कर लेगा.
इन अंडरपास में मिली खामी
हीरो होंडा चौक: इस अंडरपास में डिवॉटरिंग पंप की क्षमता कम है, जिसे बढ़ाने की आवश्यकता है. पैनल बोर्ड को ऊंचाई पर लगाने की आवश्यकता है. जनरेटर सेट और पंप की कमी है। हीरो होंडा चौक के आसपास बरसाती नालों का कनेक्शन नहीं है. अगर यह कनेक्शन नहीं किया जाएगा तो मॉनसून में दोबारा अंडरपास डूब सकता है.
मेदांता अंडरपास: ताऊ देवीलाल स्टेडियम के आसपास बरसाती नालों का लेवल अलग-अलग है. ड्रेन डालने में अनियमितताएं बरती गईं हैं. कई जगह 90 डिग्री पर ड्रेनेज सिस्टम को मोड़ा गया है. पिछले मॉनसून में इसकी वजह से पानी ओवरफ्लो हुआ था, जो अंडरपास में चला गया था. मेदांता हास्पिटल के पास बरसाती नाले को दोबारा निर्माण करने की आवश्यक है.
राजीव चौक: ताऊ देवीलाल स्टेडियम में बरसाती नाले के दुरुस्त नहीं होने का असर इस अंडरपास पर भी पड़ सकता है. यहां भी जनसेट और डिवॉटरिंग के लिए पंपिंग स्टेशन की क्षमता बढ़ाना जरूरी है. सूत्रों के अनुसार अंडरपास निर्माण के दौरान हूडा की सीवर लाइन को कहां डायवर्ट किया गया है, इसकी जानकारी अभी तक पता नहीं चल सकी है.
सिग्नेचर टावर अंडरपास: अंडरपास के आसपास स्ट्रॉम वॉटर ड्रेन का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हो सका है. अंडरपास निर्माण के दौरान सेक्टर-29 की ड्रेनेज लाइन को तोड़ दिया है. ऐसे में इस सेक्टर के पानी की निकासी की व्यवस्था प्रभावित हो रही है.
जीएमडीए के सीईओ वी.उमाशंकर ने चीफ इंजीनियर इंफ्रा 1 को आदेश जारी किए हैं कि वे दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस-वे पर बने इन अंडरपास को जल्द टेकओवर करे. उन्होंने एनएचएआई के प्रॉजेक्ट डायरेक्टर से कहा है कि वे इस अंडरपास से जुड़े एग्रीमेंट, कांट्रेक्ट को सौंपें. सीईओ ने यह भी कहा कि इन अंडरपास में स्ट्रीट लाइट की देखरेख अब नगर निगम करेगा। बिल का भुगतान भी नगर निगम की तरफ से किया जाएगा.