गुरुग्राम: सेवा सुरक्षा सहयोग का दावा करने वाली गुरुग्राम पुलिस में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पुलिस की इमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल यानी ईआरवी ने एक हसते खेलते परिवार में मातम मचा दिया. फरीदाबाद से गुरुग्राम गलत दिशा में आ रही ईआरवी गाड़ी ने तेज रफ्तार से आते हुए एक स्विफ्ट गाड़ी को टक्कर मार दी जिसमें पांच महीने की बच्ची की मौत हो गई, जबकि कार में सवार दो बच्चों समेत पांच लोग घायल हो गए. इस घटना के बाद पुलिसकर्मियों की क्रूरता इस कदर देखने को मिली कि वह घायलों को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गए. यहां से गुजर रहे लोगों ने जब यह घटना देखी तो वह मौके पर रुक गए और घायलों को अस्पताल पहुंचाया. (5 month old girl dies in accident in Gurugram) (Swift car collided with police ERV in Gurugram)
दरअसल, दिल्ली खेड़ा खुर्द के रहने वाले विश्वजीत ने बताया कि उनकी पत्नी काजल, सास बबीता, साला रिंकू, रिंकू का बेटा प्रियांक और विश्वजीत का बेटा अवी व छह माह की बेटी सावी दिल्ली से फरीदाबाद जा रहे थे. गाड़ी रिंकू चला रहा था. सुबह करीब सवा 11 बजे जब उनकी स्विफ्ट गाड़ी गुड़गांव फरीदाबाद रोड पर घाटा ट्रैफिक सिग्नल के पास पहुंची तो गलत दिशा में आ रही पुलिस ईआरवी वैन ने उनकी गाड़ी को सीधे टक्कर मार दी. इस घटना में सावी की मौत हो गई जबकि अन्य सभी को लोगों ने अस्पताल में भर्ती कराया. हैरानी की बात यह है कि घटना के बाद पुलिसकर्मियों ने घायलों की मदद करने की बजाय मौके से फरार होने में अपनी भलाई समझी. (Emergency Response Vehicle in Gurugram) (Road Accident in Gurugram)
पुलिस की इस लापरवाही ने साफ कर दिया है कि ट्रैफिक नियम केवल आम जनता के लिए बनाए गए हैं. यदि घटना के बाद पुलिसकर्मी इन सभी को समय पर अस्पताल पहुंचा देते तो सावी की जान बचाई जा सकती थी, जिस तरह से आरोपी पुलिसकर्मी अपनी ईआरवी वैन को छोड़कर मौके से फरार हुए उससे साफ लगता है कि उनके मन में घायलों के प्रति कोई हमदर्दी नहीं थी. इतना ही नहीं उन्हें अपनी गलती के लिए कोई पछतावा भी नहीं था. मामले में पुलिस ने फिलहाल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. डीएलएफ फेज-1 थाना पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है. (DLF Phase-1 Police Station)
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