गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम में बिल्डरों की मनमानी इतनी बढ़ गई है कि वह ना तो निवेशकों से पैसे लेने के बाद अपना प्रोजेक्ट पूरा कर रहे हैं और न ही रेरा कोर्ट के आदेशों को ही मान रहे हैं. यही कारण है कि निवेशकों को अब सड़कों पर उतरकर अपने हक की आवाज बुलंद करनी पड़ रही है. गुरुवार को रेरा कार्यालय के बाहर सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ निवेशकों ने जमकर नारेबाजी की.
निवेशकों का कहना है कि बिल्डर ने उन्हें सपने दिखाकर 2013 में अपने प्रोजेक्ट में फ्लैट बेचे थे. सोहना में चल रहे चार प्राेजेक्ट को 2018 तक पूरा करके निवेशकों को पजेशन देनी थी लेकिन आज तक ये प्रोजेक्ट पूरे नहीं हुए हैं. प्रोजेक्ट पूरा न होने तक बिल्डर को उनके लोन की किस्त भरनी थी लेकिन बिल्डर ने ये किस्त भरनी भी बंद कर दी है.
निवेशकों ने कहा कि बिल्डर के खिलाफ रेरा कोर्ट ने कई आदेश भी दिए हैं लेकिन बिल्डर इन आदेशों को मानने को तैयार नहीं है. पुलिस ने भी उसके खिलाफ केस दर्ज किए हैं लेकिन कार्रवाई के नाम पर सब जीरो है. लोगों ने कहा कि वो बिल्डर से अपनी निवेश राशि ब्याज सहित वापस लेना चाहते हैं लेकिन वो पैसा वापस करने से भी इनकार कर रहा है.
निवेशकों ने बताया कि जब बिल्डर ने किस्त भरनी बंद कर दी तो मजबूरन उन्हें ही किस्त भरनी पड़ रही है. जिन निवेशकों की किस्त बाउंस हो गई उनके खिलाफ लोन देने वाली कंपनी ने भी केस कर दिए हैं. अब उन्हें क्रिमिनल केस की भी मार झेलनी पड़ रही है. निवेशकों का कहना है कि सुपरटेक बिल्डर के कई प्रोजेक्ट अधूरे पड़े हैं, जिनमें चार हजार से भी अधिक निवेशकों की गाढ़ी कमाई लगी है. खरीददारों ने रेरा कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल और हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज समेत रेरा चेयरमैन से न्याय की मांग की है.
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