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गुरुग्राम में राष्ट्रीय युवा लेखक मेला में 1 लाख बच्चों ने लिखी किताबें, बच्चों को अवॉर्ड देकर नवाजा गया

छोटे बच्चों ने अविश्वसनीय कहानियों पर किताबें लिखी. गुरुग्राम में राष्ट्रीय युवा लेखक मेला में देश भर के करीब 1 लाख बच्चों ने हिस्सा लिया.

National Young Writers Fair in Gurugram latest new
गुरुग्राम में राष्ट्रीय युवा लेखक मेला में 1 लाख बच्चों ने लिखी किताबें
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Published : Mar 26, 2023, 3:46 PM IST

गुरुग्राम: बुक फेयर तो आपने अक्सर देखे होंगे लेकिन साइबर सिटी गुरुग्राम में एक ऐसा बुक फेयर लगाया गया, जहां स्कूल में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के द्वारा लिखी गई किताबों को प्रकाशित किया गया. यही नहीं देशभर से आए सैकड़ों छात्र-छात्राओं की तकरीबन एक लाख से ज्यादा किताबों को इस बुक फेयर में पब्लिश किया गया.

कहा जाता है कि किताब पढ़ने से व्यक्ति विद्वान बनता है. किताबें पढ़ने से बच्चों की मस्तिष्क का विकास होता है. ऐसे ही गुरुग्राम में यह कैसे बुक फेयर का आयोजन किया गया. जिसमें देशभर के अलग-अलग स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया. बुक फेयर में बच्चों के द्वारा लिखी गई तकरीबन एक लाख किताबों को प्रकाशित किया गया.

इस बुक फेयर में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं ने अलग-अलग विषय पर किताबें लिखी. जबकि कई छात्रों के द्वारा अविश्वसनीय कहानियों पर भी किताबें लिखी गई है. इस तरह के बुक फेयर से बच्चों की प्रतिभा निखर कर सामने आती है. वहीं इस बुक फेयर में सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबों के लेखक (छात्र- छात्राओं) को सम्मानित करने के लिए एक पुरस्कार समारोह का भी आयोजित किया गया था. जिसमे कई छात्र-छात्राओं को अवॉर्ड से भी नवाजा गया.

ये भी पढ़ें: वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्डन पंच लगाने वाली नीतू घणघस को सीएम मनोहर लाल समेत इन दिग्गज नेताओं ने दी बधाई

एक छोटी बच्ची रूही शर्मा ने बताया कि उसने 20 दिन में 39 पेज की किताब लिखी है. जिसमें उसके माता-पिता ने भी उसकी मदद की है. रूही ने कहा कि उसे जरा सा भी विश्वास नहीं हो रहा है कि वो कभी किताब भी लिख सकती है. उसने कहा कि मन में कुछ करने की इच्छा हो तो हम लगन से मन लगाकर किसी भी काम को संभव बना सकते हैं. उसने कहा कि मुझे बचपन से ही कुछ अच्छा लिखने का मन करता था. रूही ने कहा कि भगवान ने हमें इतना अच्छा बनाया और उन्होंने हमारे सभी काम इतने अच्छे से पूरे किए हैं. मैं भगवान पर ही बुक लिखना चाहती थी. रूही ने अपने सभी बड़ों का धन्यवाद किया है.

वहीं, हियांश जोशी ने कहा कि कुल एक लाख के करीब छात्रों ने इस बुक फेयर में पब्लिश में हिस्सा लिया है. जोशी ने बताया कि उसको इस कंपटीशन में पूरे स्कूल में फर्स्ट पोजीशन अवॉर्ड से नवाजा गया है. जोशी ने साल 2022 में 28 पेजों की बुक लिखी है. हियांश जोशी ने बताया कि उसने द रेस्क्यू रेस नामक बुक लिखी है. जिनके पास सुपर पावर होती हैं उनपर ये बुक लिखी गई है. जोशी ने अपने सभी बड़ों को सपोर्ट करने के लिए धन्यवाद किया.

ये भी पढ़ें: मेडिकल के छात्र के साथ बदमाशों ने मारपीट कर छीनी मोटरसाइकिल, मामला दर्ज

गुरुग्राम: बुक फेयर तो आपने अक्सर देखे होंगे लेकिन साइबर सिटी गुरुग्राम में एक ऐसा बुक फेयर लगाया गया, जहां स्कूल में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के द्वारा लिखी गई किताबों को प्रकाशित किया गया. यही नहीं देशभर से आए सैकड़ों छात्र-छात्राओं की तकरीबन एक लाख से ज्यादा किताबों को इस बुक फेयर में पब्लिश किया गया.

कहा जाता है कि किताब पढ़ने से व्यक्ति विद्वान बनता है. किताबें पढ़ने से बच्चों की मस्तिष्क का विकास होता है. ऐसे ही गुरुग्राम में यह कैसे बुक फेयर का आयोजन किया गया. जिसमें देशभर के अलग-अलग स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया. बुक फेयर में बच्चों के द्वारा लिखी गई तकरीबन एक लाख किताबों को प्रकाशित किया गया.

इस बुक फेयर में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं ने अलग-अलग विषय पर किताबें लिखी. जबकि कई छात्रों के द्वारा अविश्वसनीय कहानियों पर भी किताबें लिखी गई है. इस तरह के बुक फेयर से बच्चों की प्रतिभा निखर कर सामने आती है. वहीं इस बुक फेयर में सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबों के लेखक (छात्र- छात्राओं) को सम्मानित करने के लिए एक पुरस्कार समारोह का भी आयोजित किया गया था. जिसमे कई छात्र-छात्राओं को अवॉर्ड से भी नवाजा गया.

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एक छोटी बच्ची रूही शर्मा ने बताया कि उसने 20 दिन में 39 पेज की किताब लिखी है. जिसमें उसके माता-पिता ने भी उसकी मदद की है. रूही ने कहा कि उसे जरा सा भी विश्वास नहीं हो रहा है कि वो कभी किताब भी लिख सकती है. उसने कहा कि मन में कुछ करने की इच्छा हो तो हम लगन से मन लगाकर किसी भी काम को संभव बना सकते हैं. उसने कहा कि मुझे बचपन से ही कुछ अच्छा लिखने का मन करता था. रूही ने कहा कि भगवान ने हमें इतना अच्छा बनाया और उन्होंने हमारे सभी काम इतने अच्छे से पूरे किए हैं. मैं भगवान पर ही बुक लिखना चाहती थी. रूही ने अपने सभी बड़ों का धन्यवाद किया है.

वहीं, हियांश जोशी ने कहा कि कुल एक लाख के करीब छात्रों ने इस बुक फेयर में पब्लिश में हिस्सा लिया है. जोशी ने बताया कि उसको इस कंपटीशन में पूरे स्कूल में फर्स्ट पोजीशन अवॉर्ड से नवाजा गया है. जोशी ने साल 2022 में 28 पेजों की बुक लिखी है. हियांश जोशी ने बताया कि उसने द रेस्क्यू रेस नामक बुक लिखी है. जिनके पास सुपर पावर होती हैं उनपर ये बुक लिखी गई है. जोशी ने अपने सभी बड़ों को सपोर्ट करने के लिए धन्यवाद किया.

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