गुरुग्राम: साइबर सिटी में कचरा जलाने और पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नगर निगम ने करीब 30 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है. वहीं कचरा जलाने के मामले में 13 लोगों पर 65 हजार रुपए, सी एंड डी डंपिंग के मामले में 20 लोगों पर 5 लाख रुपए जुर्माना लगाया गया है.
नगर निगम ने शहर में कचरा फैलाने वाले 11 लोगों पर कार्रवाई करते हुए 55 हजार रुपए और निर्माण गतिविधियों में पर्यावरण को दूषित करने के मामले में 80 लोगों पर 23 लाख 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है. यानी नगर निगम ने अब तक ग्रेप की उल्लंघना करने वाले लोगों से कुल 30 लाख रुपए वसूल किए है.
ग्रेडिड रेस्पांस एक्शन प्लान की अवहेलना करने वाले लोगों पर नगर निगम की टीमें लगातार निगरानी कर रही है और अवहेलना करने वाले लोगों के चालान भी किए जा रहे है. नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर जितेंद्र कुमार गर्ग ने कहा कि निर्माण गतिविधियों में पर्यावरणीय नियमों की पालना करना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि निर्माण वाली जगह पर निर्माण सामग्री पूरी तरह से ढ़की होनी चाहिए ताकि धूल हवा में न उड़े.
उन्होंने बताया कि गुरुग्राम नगर निगम द्वारा धूल को उड़ने से रोकने के लिए और पेड़ पौधों पर लगातार पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नगर निगम गुरुग्राम ग्रेड रिस्पांस एक्शन प्लान की पालना सुनिश्चित करने के प्रति पूरी तरह से गंभीर है.
बता दें कि गुरुग्राम में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है. गुरुग्राम का एक्यूआई लेवल 450 से ज्यादा दर्ज किया गया है. इस बीच नगर निगम ने भी उल्लंघन करने वाले लोगों पर सख्त नजर रखी हुई है. ऐसे में शहर में नगर निगम ने जेई, एई, एक्सईएन, एसडीओ, एसआई, एएसआई सभी को चालान काटने का अधिकार दिया है. ताकि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर ज्यादा से ज्यादा चालान किए जा सके और प्रदूषण फैलने से रोका जा सके.
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