गुरुग्राम: कोरोना संकट के बीच सरकार की तरफ से लगातार राहत दी जा रही है. लॉकडाउन-4 से कुछ रियायत मिलने की उम्मीद है. कोरोना के कारण आए आर्थिक संकट के लिए फंड का एलान भी कर दिया गया है, लेकिन इस बीच मजदूर बस जैसे-तैसे घर लौटने की कोशिश में लगे हैं. इसका एक नाजारा सोहना के केएमपी एक्सप्रेस वे पर दिखा.
केएमपी एक्सप्रेस वे से मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों के प्रवासी मजदूर अपने घरों की ओर लौट चले हैं, ये मजदूरों के लिए खतरनाक भी साबित हो सकता है. जहां एक तरफ कोरोना से संक्रमण का खतरा बरकरार है वहीं आए दिन मजदूरों के साथ सड़क हादसे भी हो रहे हैं.
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केएमपी एक्सप्रेस वे पर जिस तरह सैकड़ों की संख्या में मजदूर ट्रोले में सवार नजर आए, उससे कोरोना संक्रमण का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है, क्योंकि इस भीड़ में कोई भी मजदूर संक्रमित हुआ तो एक बार में ही सैकड़ों मजदूर संक्रमित हो सकते हैं. एक ट्राला चालक ने बताया कि इन मजदूरों को पुलिस ही इन मालवाहकों में भेज रही है, जो कि पुलिस प्रशासन के कार्य प्रणाली पर भी सवाल खड़ा करता है.