गुरुग्राम: एक करोड़ रुपये की रिश्वत के मामले में तत्कालीन खेड़की दौला थाना प्रभारी ने आत्मसमर्पण कर दिया है. इंस्पेक्टर विशाल ने गुरुग्राम जिला अदालत में सरेंडर किया. आत्मसमर्पण की सूचना फरीदाबाद विजिलेंस टीम को मिली.
लगभग ढ़ाई घंटे बाद विजिलेंस टीम गुरुग्राम कोर्ट पहुंची. कोर्ट से इंस्पेक्टर की पूछताछ करने के लिए रिमांड मांगी. जिस पर कोर्ट ने तीन दिन की रिमांड दी. शाम को 6 बजे विजिलेंस टीम इंस्पेक्टर को लेकर कोर्ट से रवाना हो गई. हालांकि इस पूरे मामले में अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
ये है पूरा मामला
दरअसल, दिल्ली के उत्तम नगर निवासी नवीन भुटानी का करनाल की पार्टी से 1.20 करोड़ रुपये का कारोबार में लेन-देन था. दोनों के बीच लेन-देन को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था. अक्टूबर में करनाल की पार्टी ने कारोबारी को गुरुग्राम के अपना घर में बातचीत के लिए बुलाया. उसके बाद खेड़की दौला थाने से करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी आए और उसको कार में बंधक बनाकर खेड़की दौला थाने में लेकर चले गए.
आरोप है कि वहां पर तत्कालीन एचएसओ विशाल ने कारोबारी के साथ मारपीट की और उसके बाद लैपटॉप खुलवाया. लैपटॉप खोलकर कारोबारी का कारोबार देखकर उससे तीन करोड़ रुपये की मांगे. नहीं देने पर मारपीट कर जेल भेजने की धमकी दी. उसके बाद एक करोड़ रुपये देने की बात हुई. जिसमें से 57 लाख रुपये लिए थे.
हेड कॉन्स्टेबल को रंगे हाथ पकड़ा था
बीती 28 दिसंबर को फरीदाबाद विजिलेंस टीम ने खेड़की दौला थाना के हेड कॉन्स्टेबल अमित को 5 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. विजिलेंस को दी शिकायत में शिकायतकर्ता ने खेड़की दौला थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई थी कि कैसे थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विशाल और उनकी टीम ने दिल्ली के व्यापारी को अवैध तौर पर हिरासत में ले 1 करोड़ की रिश्वत की डिमांड की थी.
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