गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम के सेक्टर-109 की चिंटल पैराडिसो सोसाइटी में बिल्डर और रेजिडेंट के बीच मुआवजा राशि को लेकर विवाद बढ़ता (dispute between builder and resident in gurugram) जा रहा है. ऐसे ही तमाम मुद्दों को लेकर चिंटल पैराडिसों सोसाइटी के D टावर के लोगों ने जिला उपायुक्त के साथ मीटिंग कर बिल्डर की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने इंसाफ की गुहार लगाई है.
चिंटल पैराडिसो सोसाइटी के आरडब्ल्यूए प्रधान राकेश हुड्डा के मुताबिक तमाम लापरवाहियों खामियों के बावजूद बिल्डर मनमानी पर अड़ा है जिसको लेकर जिला उपायुक्त ने उन्हें आश्वासन दिया है. जिला उपायुक्त ने कहा कि उनकी शिकायतों का जल्द ही निपटारा किया जाएगा. आरडब्ल्यूए प्रसिडेंट का कहना है कि हमने जिला प्रशासन को सुझाव दिया है कि बिल्डर D-टावर को जमींदोज कर फिर से फ्लैट बनाकर (Gurugram Residents of Chintels Paradiso) उन्हें सौंपे.
वहीं इस मामले में जिला उपायुक्त ने बताया कि सेक्टर-109 स्थित चिंटल पैराडिसो में रहने वाले निवासियों के सुझावों के मुताबिक इवेलुएशन रिपोर्ट में ओवरहेड एक्सपेंसिज यानि कि स्टाम्प ड्यूटी, ईडीसी-आईडीसी, बिजली प्रबंधों पर खर्च को समायोजित कर इसकी दोबारा जांच करवाई जाएगी. उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि आईआईटी दिल्ली और जिला प्रशासन की कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद डी-टावर को बंद करके गिराने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए डेवलपर को आदेश दिए गए हैं.
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इस दौरान आदेश जारी होने के 60 दिनों के भीतर डेवलपर को उस टावर के फ्लैट मालिकों के साथ सेटलमेंट या लेन-देन का निपटारा करने के लिए कहा गया है. इस अवधि में यदि डेवलेपर निपटारा नहीं करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं, डीसी ने नोएडा के ट्वीन टावर को धवस्त करने वाली एजेंसी से संपर्क साधा है जिससे गुड़गांव की चिंटल पैराडिसो सोसाइटी के टावर-डी को धवस्त किया जा (Gurugram Latest News) सके.
बिल्डर पर कार्रवाई कब होगी इस सवाल पर जिला उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन ने आईआईटी दिल्ली और एसआईटी की रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है और उन्हें जल्द उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई (Cyber city gurugram chintel paradiso) करेगी.