गुरुग्राम: नकली और फर्जी तरीके से फेस मास्क और सैनिटाइजर बनाने वाली कंपनियों पर ड्रग विभाग की कार्रवाई जारी है. गुरुग्राम ड्रग्स विभाग ने सेक्टर-35 में चल रही निजी कंपनी पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान ड्रग्स विभाग ने अवैध तरीके से डिसइन्फेक्टेड बनाने वाली कंपनी का भंडाफोड़ किया.
ये कंपनी अवैध तरीके के डिसइनफेक्टेड बनाकर बाजार में धड़ल्ले से बेच रही थी. ड्रग विभाग के अधिकारी अमनदीप चौहान ने कहा कि कंपनी के पास डिसइन्फेक्टेड बनाने के लिए लाइसेंस नहीं है. बहरहाल ड्रग विभाग के अधिकारियों ने कंपनी के प्लांट मे रेड मार 18 लाख का अवैध डिसइनफेक्टेड जप्त कर लिया है.
गुप्त सूचना के आधार पर मिली जानकारी के मुताबिक गुरुग्राम के सेक्टर 35 में superon नामक कंपनी में अवैध तरीके से डिसइन्फेक्टेड बनाकर धड़ल्ले से मार्केट में बेचा जा रहा था. जिस सूचना ड्रग विभाग की टीम ने पूरी तैयारी के साथ जब कंपनी में रेड मारी तो पता चला कि वहां सच में अवैध तरीके से डिसइन्फेक्ट बनाया जा रहा था.
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वहीं दूसरी ओर कंपनी के डायरेक्टर ये दलील दे रहे हैं कि उनके पास आयुष मंत्रालय का लाइसेंस है. जिसके बाद ही उन्होंने इसकी मेन्युफैक्चरिंग की है. गुरुग्राम ड्रग विभाग कोरोना काल में लगातार अवैध तरीके से सैनिटाइजर, डिसइन्फेक्टेड बनाने वाली कंपनियों पर नकेल कस रहा है. लेकिन यहां पर सवाल ये उठता है कि कोरोना जैसी महामारी में भी कैसे कंपनियां अपना मोटा मुनाफा कमाने के लिए अवैध तरीके से इन चीज़ों का निर्माण कर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही हैं.