गुरुग्राम: दिल्ली पब्लिक स्कूल के कर्मचारी स्कूल के सामने हड़ताल पर बैठे हैं. कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें बेवजह स्कूल से निकाला गया है जबकि सभी कर्मचारी सालों से स्कूल में कार्यरत थे. सेक्टर-45 स्थित डीपीएस के 150 कर्मचारीयों को 1 महीने पहले स्कूल से निकाल दिया गया था. जिनमें से ज्यादातर कर्मचारी बस ड्राइवर और कंडक्टर हैं.
कर्मचारियों का आरोप है कि उनको बेवजह स्कूल से निकाला गया है जबकि ज्यादातर कर्मचारी ऐसे हैं जो पिछले 10 से 15 साल से स्कूल में काम कर रहे हैं. कर्मचारियों की लगातार बढ़ रही वेतन की मांग को देखते हुए कर्मचारियों के साथ ऐसा किया है. यहां तक कि कर्मचारियों ने कैबिनेट मंत्री तक अपनी गुहार लगाई लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है.
प्रशासन गौर करे
प्रशासन को गौर करना चाहिए कि जो स्कूल की तरफ से ड्राइवर और कंडक्टर रखे गए हैं उनके पास कोई मेडिकल या रेडक्रॉस ट्रेनिंग नहीं है. इससे नियमों का उल्लंघन न बल्कि स्कूली बच्चों के लिए भी खतरा हैं.
लेकिन अब स्कूल में जो नए कर्मचारी काम कर रहे हैं उनके पास प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से कोई भी लेटर नहीं है. इसके साथ-साथ अब स्कूल से निकाले गए सभी कर्मचारियों ने निर्णय लिया है कि उनकी समस्या का समाधान जब तक नहीं होता वो इसी तरह धरने पर बैठे रहेंगे.