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पुलिस ने किया खुलासा, सड़क के रास्ते ओमान से यूरोप जाने की फिराक में था गैंगस्टर कौशल - ओमान से यूरोप जाने की फिराक में था गैंगस्टर कौशल

गैंगस्टर कौशल गुरुग्राम पुलिस की रिमांड पर है. पुलिस गैंगस्टर को लेकर आय दिन नए-नए खुलासे कर रही है. पुलिस ने बताया कि गैंगस्टर फर्जी पासपोर्ट के जरिए थाईलैंड गया था, फिर दुबई और उसके बाद यूरोप जाने की फिराक में था.

Gangster kaushal on remand Gurugram police
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Published : Sep 16, 2019, 10:21 PM IST

गुरुग्राम: डीसीपी क्राइम राजीव का कहना है कि गैंगस्टर कौशल गुरुग्राम के कुछ नामी लोगों की हत्या की फिराक में था. इससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया. पुलिस एक के बाद एक उसके कारनामों को उजागर करने में लगी है.

दरअसल गैंगस्टर कौशल को गुरुग्राम पुलिस ने रिमांड पर लिया हुआ है और इसी पूछताछ में पुलिस कौशल की क्राइम की कुंडली को खंगालने में जुटी है. डीसीपी क्राइम की माने तो गैंगस्टर कौशल ने सर्वाधिक अपराध गुरुग्राम में किए हैं, इसलिए तफ्तीश में वक्त लग रहा है.

ओमान की सड़कों से यूरोप जाने की तैयारी
पुलिस के मुताबिक कौशल ने दुबई से अपना ठिकाना बदलने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया था. पुलिसिया पूछताछ में गैंगस्टर ने यह भी कुबूल किया कि वो ओमान से सड़क के रास्ते यूरोप जाने की कोशिशों में लगा था, लेकिन इससे पहले ही वह कानून के हत्थे चढ़ गया.

डीसीपी क्राइम राजीव का बयान, देखें वीडियो

गुरुग्राम से अलवर गया गैंगस्टर कौशल
डीसीपी क्राइम ने बताया कि कौशल की गिरफ्तारी के बाद उसके पास से कई मोबाइल फोन और सिम बरामद किए गए. जिनका इस्तेमाल कौशल ने वारदातों को अंजाम देने के लिए किया. फर्जी पासपोर्ट के लिए वह गुरुग्राम से अलवर गया और फिर वहां अपने जाली दस्तावेज बनाए.

थाईलैंड की सिम यूज कर करता था रंगदारी
दस्तावेज पूरे होने के बाद कौशल पहले थाईलैंड गया और फिर दुबई. कौशल यह समझने लगा था कि उसको अब कोई गिरफ्तार कर ही नहीं सकता और पुलिस को लोकेशन का चकमा देने के लिए कौशल थाईलैंड की सिम का इस्तेमाल रंगदारी और वारदातों को अंजाम देने के लिए किया करता था.

गैंगस्टर कौशल ने दुबई में बदला था नाम
बता दें कि गैंगस्टर कौशल पर हरियाणा ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, रंगदारी, फिरौती आदि के मामले दर्ज थे. जब कुख्यात गैंगस्टर कौशल दुबई चला गया था तो वहां उसने अपना नाम बदल दिया था. उसने अपना नाम मोनू रख लिया था. वहां पर उसके जानने वाले उसे मोनू नाम से ही बुलाते थे. वहां गैंगस्टर कौशल 24 घंटे अपने कमरे में ही रहता था.

ये भी पढ़ें:-विकास चौधरी हत्याकांड में नया खुलासा, जानिए किसने की थी कौशल की मदद

स्पेन भागने की फिराक था गैंगस्टर कौशल
एसटीएफ के टॉप 10 गैंगस्टर की सूची में उसका नाम सबसे ऊपर था. गुरुग्राम में आतंक का पर्याय बन चुका कुख्यात गैंगस्टर कौशल पालम एयरपोर्ट पर 14 लाख रुपए के साथ गिरफ्तार हुआ था. उसके पास से स्पेन का पासपोर्ट भी मिला था. कौशल स्पेन भागने की फिराक में था. लुकआउट नोटिस जारी होने की वजह से उसे एयरपोर्ट अथॉरिटी ने उसे पकड़ लिया था.

गुरुग्राम: डीसीपी क्राइम राजीव का कहना है कि गैंगस्टर कौशल गुरुग्राम के कुछ नामी लोगों की हत्या की फिराक में था. इससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया. पुलिस एक के बाद एक उसके कारनामों को उजागर करने में लगी है.

दरअसल गैंगस्टर कौशल को गुरुग्राम पुलिस ने रिमांड पर लिया हुआ है और इसी पूछताछ में पुलिस कौशल की क्राइम की कुंडली को खंगालने में जुटी है. डीसीपी क्राइम की माने तो गैंगस्टर कौशल ने सर्वाधिक अपराध गुरुग्राम में किए हैं, इसलिए तफ्तीश में वक्त लग रहा है.

ओमान की सड़कों से यूरोप जाने की तैयारी
पुलिस के मुताबिक कौशल ने दुबई से अपना ठिकाना बदलने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया था. पुलिसिया पूछताछ में गैंगस्टर ने यह भी कुबूल किया कि वो ओमान से सड़क के रास्ते यूरोप जाने की कोशिशों में लगा था, लेकिन इससे पहले ही वह कानून के हत्थे चढ़ गया.

डीसीपी क्राइम राजीव का बयान, देखें वीडियो

गुरुग्राम से अलवर गया गैंगस्टर कौशल
डीसीपी क्राइम ने बताया कि कौशल की गिरफ्तारी के बाद उसके पास से कई मोबाइल फोन और सिम बरामद किए गए. जिनका इस्तेमाल कौशल ने वारदातों को अंजाम देने के लिए किया. फर्जी पासपोर्ट के लिए वह गुरुग्राम से अलवर गया और फिर वहां अपने जाली दस्तावेज बनाए.

थाईलैंड की सिम यूज कर करता था रंगदारी
दस्तावेज पूरे होने के बाद कौशल पहले थाईलैंड गया और फिर दुबई. कौशल यह समझने लगा था कि उसको अब कोई गिरफ्तार कर ही नहीं सकता और पुलिस को लोकेशन का चकमा देने के लिए कौशल थाईलैंड की सिम का इस्तेमाल रंगदारी और वारदातों को अंजाम देने के लिए किया करता था.

गैंगस्टर कौशल ने दुबई में बदला था नाम
बता दें कि गैंगस्टर कौशल पर हरियाणा ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, रंगदारी, फिरौती आदि के मामले दर्ज थे. जब कुख्यात गैंगस्टर कौशल दुबई चला गया था तो वहां उसने अपना नाम बदल दिया था. उसने अपना नाम मोनू रख लिया था. वहां पर उसके जानने वाले उसे मोनू नाम से ही बुलाते थे. वहां गैंगस्टर कौशल 24 घंटे अपने कमरे में ही रहता था.

ये भी पढ़ें:-विकास चौधरी हत्याकांड में नया खुलासा, जानिए किसने की थी कौशल की मदद

स्पेन भागने की फिराक था गैंगस्टर कौशल
एसटीएफ के टॉप 10 गैंगस्टर की सूची में उसका नाम सबसे ऊपर था. गुरुग्राम में आतंक का पर्याय बन चुका कुख्यात गैंगस्टर कौशल पालम एयरपोर्ट पर 14 लाख रुपए के साथ गिरफ्तार हुआ था. उसके पास से स्पेन का पासपोर्ट भी मिला था. कौशल स्पेन भागने की फिराक में था. लुकआउट नोटिस जारी होने की वजह से उसे एयरपोर्ट अथॉरिटी ने उसे पकड़ लिया था.

Intro:गुरुग्राम-:गैंगस्टर के मोबाइल खोलेंगे कौशल की क्राइम कुंडली
गैंगस्टर कौशल को लेकर गुरुग्राम पुलिस का खुलासा खुलासा
रंगदारी न देने वाले व्यवसाइयों की हत्या की फिराख में था कौशल(डीसीपी क्राइम,गुरुग्राम पुलिस)
गुरुग्राम में नामी व्यापारियों से क्रिकेट बुकियों से मांगी थी लाखो की रंगदारी
ओमान से सड़क रास्ते के जरिये यूरोप जाने की फिराख में था गैंगस्टर कौशल(डीसीपी क्राइम गुरुग्राम पुलिस)
फ़र्ज़ी पॉसपोर्ट के जरिये पहले थाईलैंड,फिर गया था दुबई
गुरुग्राम पुलिस बीते 4 महीनों में गैंगस्टर जे 60 से ज्यादा गुर्गो को भेज चुकी है सलाखों के पीछे
गैंगस्टर की गिरफ्तारी के बाद गुरुग्राम।में बढ़ती जा रही है गैंगवार की आशंका
गौरतलब रहे गैंगस्टर कौशल पर दर्ज़नो हत्या,हत्या के प्रयास, लूट,रंगदारी जैसे संगीन मामले जिले के विभिन्न थानों में है दर्ज

गैंगस्टर कौशल गुरुग्राम के कुछ नामी लोगो की था हत्या करवाने की फिराख में लेकिन इससे पहले पुलिस ने उसके तमाम नापाक मंसूबो पर पानी फेरते हुए उसे गिरफ्तार कर मामलो के खुलासों में लगी है.......यह कहना डीसीपी क्राइम राजीव देशवाल का ........दरअसल गैंगस्टर कौशल को गुरुग्राम पुलिस ने रिमांड पर लिया हुआ है और इसी पुलिसिया पूछताछ में पुलिस कौशल की क्राइम की कुंडली को खंगालने में जुटी है......डीसीपी क्राइम की माने तो गैंगस्टर कौशल ने सर्वाधिक अपराध चुकी गुरुग्राम में किये है इसलिए तफ़्तीश में वक़्त लग रहा है.......पुलिस की माने तो लगातार बढ़ते पुलिसिया दबाव के चलते कौशल ने दुबई से अपना ठिकाना बदलने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया था........पुलिसिया पूछताछ में गैंगस्टर ने यह भी कुबूल किया कि वो ओमान से सड़क के रास्ते यूरोप जाने की कोशिशों में लगा था लेकिन इससे पहले ही संकयुत रेड की बदौलत कौशल कानून के लंबे हाथो की गिरफ्त में है........

Body:गैंगस्टर का पुलिस रिमांड......रिमांड के दौरान कर रहे कौशल नितदिन नए खुलासे.....डीसीपी क्राइम की माने तो कौशल की गिरफ्तारी के बाद उसके पास से कई मोबाइल फोन व सिम बरामद किए गए जिसका की इस्तेमाल कौशल ने वारदातो को अंजाम देने के लिए किया.......पुलिस की माने तो फ़र्ज़ी पासपोर्ट की मदद से यह गुरुग्राम से अलवर गया तथा वही उसने अपने सारे जाली दस्तावेज़ बनवाये.......और इन्ही दस्तावेज़ों की मदद से बनवाया गया था पासपोर्ट जिसकी मदद से कौशल पहले थाईलैंड गया तो उसके बाद जयपुर से दुबई.......कौशल यह समझने लगा था कि उसको अब कोई गिरफ्तार कर ही नही सकता.......और पुलिस को लोकेशन का चकमा देने के लिए कौशल थाईलैंड की सिम का इस्तेमाल रंगदारी व वारदातो को अंजाम देने के लिए किया करता था.......लेकिन कहते ह न कानून के लंबे हाथ अपराधी को पाताल से खींच कर उसके अंजाम तक पहुंचा ही देते है.........बहरहाल पुलिस मामलो की तफ्तीश में जुटी है.........

बाइट-:राजीव देशवाल(डीसीपी क्राइम,गुरुग्राम पुलिस)Conclusion:वही गैंगस्टर की गिरफ्तारी ने जहाँ गुरुग्राम पुलिस को सकूँ दिया तो वही चिंता इस बात की भी सताने लगी है कि कौशल को लेकर शहर में एक बावर फिर मंद पड़ चुकी गैंगवार की आंच एकबार फिर सुलगने की आशंका भी जताई जा रही है.......वही राजस्थान में के बहरोड़ से गन प्वाइंट पर पपला नामक बदमाश को छुड़ा ले जाने के बाद से गैंगस्टर की सुरक्षा भी पहले से बढ़ा दी गयी है।
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