गुरुग्राम: गुरुवार को एसपीआर रोड पर संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा के सचिव मोनू यादव को हमलावरों ने गोली मारी दी. गोली मोनू की पीठ पर लगी, जिसके बाद मोनू को पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. फायरिंग की खबर मिलते ही गौ रक्षकों में हड़कंप मच गया. उन्हें लगा कि मोनू मानेसर पर फायरिंग हुई है. बाद में स्थिति साफ हो गई. दरअसल मोनू संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा का सचिव है. जिसका कुछ दिन पहले खेड़कीदौला के रहने वाले कुछ लोगों से झगड़ा हुआ था.
दरअसल, सेना में अहीर रेजिमेंट की मांग को लेकर खेड़कीदौला टोल प्लाजा के पास धरने पर बैठे यादव समाज के लोगों का कुछ शरारती तत्वों से झगड़ा हुआ था. खबर है कि ये शरारती तत्व धरना स्थल पर रखी भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति को तोड़ने के लिए आए थे, जिसका धरना स्थल पर मौजूद लोगों ने विरोध किया था. इस दौरान अहीर रेजिमेंट की मांग कर रही एसोसिएशन के सचिव मोनू यादव के साथ इनकी मारपीट हुई थी. इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर मारपीट करने व अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया था.
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बताया जा रहा है कि वीरवार सुबह कुछ बदमाश आए. जिन्होंने मोनू पर फायरिंग कर दी. इस घटना में मोनू की पीठ में गोली लगी है. मोनू को गोली लगने की सूचना जब शहर में फैली तो गौ रक्षकों में हड़कंप मच गया. उन्हें ऐसा लगा कि गौ तस्करों द्वारा मोनू मानेसर को गोली मारी गई है, लेकिन बाद में जब उन्हें पता लगा कि जिस मोनू को गोली लगी है वो अहीर रेजिमेंट का सचिव है. तब जाकर मामला शांत हुआ. गुरुग्राम पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है.