गुरुग्राम: महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर साइबर सिटी में सुखराली गांव के तालाब के कायाकल्प करने के पायलट प्रोजेक्ट का शुभारम्भ हुआ. तालाब के कायाकल्प पायलट प्रोजेक्ट में फिनलैंड देश ने बड़ी भागीदारी दिखाते हुए इस प्रजेक्ट में अपने पैसों से पानी को साफ रखने का यंत्र लगाया है, ताकि सुखराली गांव के तालाब का पानी कभी गंदा ना हो. इस मौके पर सूक्ष्म एवं सिंचाई कमान प्राधिकरण क्षेत्र के एडमिनिस्ट्रेटर सतबीर कादियान के साथ साथ फिनलैंड के एम्बेस्डर किम्मो लहडवर्टो भी मौजूद रहे.
सतबीर कादियान की माने तो अगस्त महीने में हरियाणा में तीन दिवसीय वाटर कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया था. जिसके बाद फिनलैंड ने हरियाणा राज्य में साफ पानी के लिए अपनी रुचि दिखाई. सुखराली गांव में शुरू हुए पायलट प्रोजेक्ट के माध्यम से गांव में तालाब के पानी को साफ रखा जाएगा. अगर पायलट प्रोजेक्ट कामयाब रहा तो आगे इस बात पर ध्यान जायेगा कि आगे इस तकनीक को कम कोस्ट में कैसे कंटिन्यू किया जा सके. फिनलैंड के एम्बेसडर की माने तो भारत के ग्रामीणों इलाकों में पानी के नेचुरल सोर्स तो है, लेकिन उनका पानी हमेशा साफ रहे इसके सुखराली में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर एक नई पहल की शुरुआत की गई है.
उन्होंने कहा कि इस पायल प्रोजेक्ट के तहत सुखराली गांव के तालाब में एक यंत्र लगाया जाएगा ताकि बरसात के दिनों में सड़कों का बहता अपनी तालाब तक आता है उसे साफ रखा जा सके. स्थानीय पार्षद की मानें तो ये बहुत ही सौभाग्य की बात है कि सुखराली गांव के तालाब के पानी को साफ रखने के लिए फिनलैंड देश ने अपनी रुचि दिखाई. इस पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद ने केवल तालाब सुरक्षित रहेगा, बल्कि तालाब में हमेशा साफ पानी के कारण बदबू और उनसे होने वाली बीमारियों से भी निजात मिलेगी.