गुरुग्राम: जिला उपायुक्त के निर्देश पर चुनाव आयोग आचार संहिता के उल्लंघन को रोकने के लिए पूरी तरह तैयार है. सड़कों पर लगे पोस्टर और होर्डिंग्स को हटाने के लिए टीम का गठन कर दिया गया है. वहीं इस संबंध में कुछ राजनीतिक पार्टी के राजनेताओं को आचार संहिता का उल्लंघन करने पर नोटिस भी जारी किया है.
चुनाव आयोग के पोर्टर हटाने के निर्देश
गुरुग्राम में लगे बड़े पोस्टर और होर्डिंग्स पर सख्ती बरते हुए जिला उपायुक्त अमित खत्री ने साफ कर दिया है कि आचार संहिता लगने के बाद किसी को कोई अधिकार नहीं है कि वो उसका उल्लंघन कर सके. सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं को बुलाकर जिला उपायुक्त ने उनके साथ बैठक की और उन्हें कहा कि वो सभी पोस्टर और होर्डिंग्स को हटा लें वरना कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
गुरुग्राम में नेताओं को नोटिस
वहीं इसमें चुनाव आयोग का सहयोग भी करें कि शांति पूर्ण तरीके से चुनाव निपट सके. जिसमें किसी तरह की कोई भी आचार संहिता का उल्लंघन न हो. वहीं गुरुग्राम में कुछ ऐसे राजनेता भी हैं, जिन्हें चुनाव आयोग की तरफ से नोटिस भी भेजा गया है. यदि इस नोटिस के बाद भी वो आदेशों को पालन नहीं करते है उनके खिलाफ चुनाव आयोग की तरफ से कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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गुरुग्राम में कुल मतदाता करीब 12 लाख
गुरुग्राम जिले में चार विधानसभा हैं. वहीं सभी चारों विधानसभा में करीब 12 लाख से ज्यादा मतदाता हैं. चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद पूरे प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई है. जिसकें अंतर्गत कोई नेता अपने पोस्टर शहर नहीं लगा सकता है. इसके अलावा सभी नेताओं को उनके खर्चे के बारे में, लाउड स्पीकर और जनसभा करने के लिए नियमों के बारे में कानूनी जानकारी दी.