गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम में 1 जनवरी से जमीन के रेट आसमान छूने वाले हैं. जिले में निर्धारित कलेक्टर रेट यानी सर्किल रेट करीब 80 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं. खास बात ये है कि गुरुग्राम में अब सर्किल रेट सॉफ्टवेयर के जरिए निर्धारित किए जाएंगे. जमीन की जो सबसे महंगी पिछली रजिस्ट्री हुई थी उसी के आधार पर ये सर्किल रेट तय किए जायेंगे.
गुरुग्राम में 2024 के लिए रिहाइशी और कृषि भूमि के नए सर्किल रेट निर्धारित किए जाएंगे. इस बार गुरुग्राम की सभी तहसीलों में सॉफ्टवेयर के द्वारा ये सर्किल रेट तय किए जाएंगे. सॉफ्टवेयर के जरिए उस तहसील में हुई सबसे महंगी रजिस्ट्री के आधार पर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उस क्षेत्र का सर्किल रेट क्या होगा. अनुमान लगाया जा रहा है कि गुरुग्राम में इस बार 80 प्रतिशत तक रेट बढ़ सकता है. इसमें रिहायशी और कृषि दोनों भूमि शामिल होगी.
गुरुग्राम उपायुक्त निशांत यादव ने बताया कि प्रशासन की तरफ से सॉफ्टवेयर द्वारा सुनिश्चित किए गए सर्किल रेट को वेबसाइट पर डाल दिया गया है. यदि किसी व्यक्ति को सर्किल रेट बढ़ने और कम लगने पर किसी तरह की कोई आपत्ति है तो वो अपनी आपत्ति दर्ज करा सकता है. इसके लिए 7 दिसंबर तक का समय दिया गया है. आपत्ति नहीं आने पर दिसंबर के अंत तक सर्किल रेट सुनिश्चित कर दिए जाएंगे और उन्हें निर्धारित कर 1 जनवरी से लागू कर दिया जाएगा.
गुरुग्राम में कुल 8 तहसीलें हैं. इन सभी तहसीलों में सबसे ज्यादा रेट पर जो पिछली रजिस्ट्री हुई है, उसी के आधार पर सॉफ्टवेयर ही इसे सुनिश्चित करेगा कि वहां का सर्किल रेट मार्केट रेट के हिसाब से कितना बनना चाहिए. इस तरह की प्रक्रिया से सरकार को ज्यादा रेवेन्यू मिलेगा. साइबर सिटी में जमीन पहले ही काफी महंगी हो चुकी है. एक बार फिर सर्किल रेट बढ़ने से दाम आसमान छू सकते हैं.
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