गुरुग्राम: हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह खुद एक हॉकी खिलाड़ी रहे हैं. हॉकी के खेल में संदीप सिंह ने भारत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है, तो वहीं हॉकी खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा की उम्मीद संदीप सिंह से थी, लेकिन ये उम्मीदें सिर्फ और सिर्फ उम्मीद ही बनी हुई है, क्योंकि जब ईटीवी भारत ने गुरुग्राम के नेहरू स्टेडियम के हॉकी ग्राउंड का जायजा लिया तो वहां साफ पाया गया कि हॉकी ग्राउंड का एस्ट्रो टर्फ पूरी तरह से जर्जर हो चुका है.
जर्जर एस्ट्रो टर्फ कर रहा खिलाड़ियों को चोटिल
एक खिलाड़ी के करियर का सबसे बुरा दौर होता है, चोटिल होना और चोट लगने के कारण किसी मैच से बाहर हो जाना, लेकिन गुरुग्राम का हॉकी का मैदान खिलाड़ी को चोटिल करने की वजह बन गया है. हाथों में हॉकी लेकर बॉल के पीछे भाग रहा खिलाड़ी कब फिसल जाए और कब उसको चोट लग जाए, इसका अंदाज नहीं लगाया जा सकता.
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दरअसल, नेहरू स्टेडियम में एस्ट्रो टर्फ 2003 में लगाया गया था और इसके 17 साल बीत जाने के बाद भी यहां कोई ध्यान नहीं दिया गया है. इन 17 सालों में सरकार बदली, मुख्यमंत्री बदले, लेकिन नहीं बदला तो ये एस्ट्रो टर्फ. खिलाड़ियों की मानें तो पिछले कुछ सालों से एस्ट्रो टर्फ की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया.
क्या ऐसे लाएंगे हरियाणा के खिलाड़ी मेडल?
हालांकि, जब भी कोई अधिकारी या मंत्री आता है तो एस्ट्रो टर्फ को दुरुस्त करने की बात जरूर की जाती है, लेकिन पिछले 5 साल से यही चलता रहा है और जब भी एस्ट्रो टर्फ पर पानी लगाया जाता है तो एस्ट्रो टर्फ के ऊपर पानी जमा हो जाता है. जिसकी वजह से प्रैक्टिस करने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
स्पोर्ट्स अधिकारी की मानें तो एस्ट्रो टर्फ की जो हालत है वो काफी जर्जर है. मुख्यमंत्री और खेल मंत्री को इसके बारे में कई बार अवगत कराया गया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही इसका टेंडर भी दिया जाएगा, जिसकी कीमत 7 करोड़ 63 लाख रुपये है, लेकिन ईटीवी भारत की पड़ताल में खेल की हकीकत कुछ और ही है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि ऐसी खेल व्यवस्था में खिलाड़ी कैसे प्रैक्टिस करेंगे और कैसे हरियाणा विश्व में अपना नाम रोशन कर पाएगा.