गुरुग्राम: क्राइम ब्रांच ने बहुचर्चित कैश वैन लूट (cash van robbed in gurugram haryana) मामले में शामिल बदमाशों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया है. क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के कब्जे से 70 लाख कैश और वारदात में इस्तेमाल हुई आल्टो गाड़ी को बरामद कर मामले का खुलासा करते हुए वारदात में शामिल दिल्ली के 2, फरीदाबाद और पलवल के रहने वाले 1-1 बदमाश को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. गुरुग्राम की पुलिस आयुक्त कला रामचन्द्र ने बताया कि वारदात के बाद से ही क्राइम ब्रांच की टीमें बदमाशों के पीछे थी और जैसे ही मौका मिला वैसे ही चारों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया.
दरअसल जावेद नाम का शख्स पहले इस कैश कलेक्शन कंपनी में ड्राइवर के तौर पर काम करता था और इसी जावेद ने जब यह बात नीलकमल, दिवांकर, गुलाब को बताई तो इन शातिर बदमाशों ने अपने साथ जॉनी और कुलदीप को भी साथ मिला कर लूट की साजिश रच डाली. पुलिस अधिकारी ने बताया कि बीती 7 और 11 अप्रैल को वारदात में शामिल इस बदमाशों ने कैश वैन की रेकी की थी और फिर योजनाबद्ध तरीके से 18 अप्रैल को 96 लाख 32 हजार की लूट को अंजाम दे मौके से फरार हो गए.
बहरहाल पुलिस ने 6 बदमाशों को गिरफ्तार कर अन्य एक फरार बदमाश को गिरफ्तार करने के लिये प्रयास शुरू कर दिए हैं. पुलिस कमिश्नर की मानें तो वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी माता वैष्णो देवी के दर्शन करने जम्मू गए थे. बहरहाल गुरुग्राम पुलिस ने 70 लाख का कैश बरामद कर लिया है और बाकी के लिए भी दबिश दी जा रही है. एक अन्य आरोपी जो फरार चल रहा है उसको पकड़ने के लिए भी टीमें लगा दी गई हैं.
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बता दें कि, बीती 18 अप्रैल को एक कैश वैन से 96 लाख 32 हजार की रुपये की लूट की वारदात सामने आई थी. 4 से 5 हथियारबंद बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था. बदमाशों ने कैश वैन के कर्मचारियों की आंखों में पहले मिर्ची पाउडर डाला, फिर हथियारों के बल पर पूरी वारदात को अंजाम दिया. कैश कलेक्शन करने वाली एक कंपनी के कर्मचारियों ने 18 अप्रैल की सुबह 11 कंपनियों से कैश कलेक्शन किया था. कलेक्शन के बाद कर्मचारी कैश को लेकर सेक्टर-53 एचडीएफसी बैंक में जमा करते हैं. जब वारदात हुई उस वक्त कर्मचारी मारुति कंपनी की एजेंसी से पैसा कलेक्ट करने के लिए वैन में इंतजार कर रहे थे.