गुरुग्राम: पिछले एक महीने से राहत शिविरों में रहने वाले अन्य प्रदेशों के 600 श्रमिकों को उनके गृह प्रदेश भेजा गया. हरियाणा रोडवेज की बसें राहत शिविरों में रहने वाले प्रवासी श्रमिकों को उनके घर छोड़ने के लिए निकल चुकी है.
बता दें कि लॉकडाउन शुरू होते ही सभी प्रवासी श्रमिक पैदल अपने गांव निकल रहे थे. जिन्हें गुरुग्राम पुलिस ने रोककर राहत शिविरों में भेज दिया. पिछले एक महीने से राहत शिविर में रह रहे प्रवासी श्रमिकों की देखभाल गुरुग्राम प्रशासन कर रहा था. ऐसे में अब उन्हें घर भेजे जाने से श्रमिकों में खुशी की लहर है.
देशव्यापी लॉकडाउन के बाद हरियाणा में फंसे दूसरे राज्यों के करीब 600 मजदूरों को घर भेजा गया. रविवार को सभी मजदूर अपने अपने घरों के लिए निकले. गुरुग्राम रोडवेज की बसों के जरिए मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा. शिविर में अधिकतर श्रमिक उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, राजस्थान और मध्यप्रदेश से थे.
श्रमिकों ने बताया कि लॉकडाउन शुरू होते ही वो अपने अपने घरों के लिए पैदल ही निकल पड़े. जिसके बाद गुरुग्राम पुलिस ने उन्हें रोककर राहत शिविर में रख दिया. उन्होंने बताया कि राहत शिविरों में उनके खाने पीने की पूरी व्यवस्था की गई थी. लेकिन उन्हें घर जाना. इसलिए प्रशासन ने उन्हें हरियाणा रोडवेज की बसों से उनके घर भेजने का प्रबंध किया.
हरियाणा में लॉकडाउन होने के बाद फंसे प्रवासी मजदूर अपने अपने घरों को लौट रहे हैं. हरियाणा सरकार ने मजदूरों को हरियाणा रोडवेज की बसों के जरिए भेजने की व्यवस्था की है.
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