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यमुना के पानी में जहर मिलाने के आरोप पर भड़के सीएम सैनी, कहा- केजरीवाल अपनी नाकामी का ठीकरा दूसरों पर फोड़ रहे - CM SAINI GOT ANGRY ON KEJRIWAL

केजरीवाल के यमुना के पानी में जहर मिलाने के आरोप पर सीएम नायब भड़के. उन्होंने कहा, "वो अपनी नाकामी का ठीकरा दूसरों पर फोड़ रहे."

CM Saini got angry on Arvind Kejriwals
केजरीवाल पर भड़के सीएम सैनी (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jan 29, 2025, 8:11 AM IST

चंडीगढ़: हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने दिल्ली के पूर्व सीएम केजरीवाल के जहरीले पानी वाले बयान पर हमला बोला है. सीएम सैनी ने कहा कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का जहरीले पानी का बयान आम आदमी पार्टी की ओर से आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों में मतदाताओं को प्रभावित करने और अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए बनाया गया सियासी हथकंडा है. हमने इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से की है. राष्ट्रीय राजधानी को पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करना एक सामूहिक जिम्मेदारी है, जिसे हरियाणा बिना किसी कमी के पूरा कर रहा है.

हरियाणा पर दोषारोपण कर रही दिल्ली सरकार: आगे सीएम नायब ने बताया, "साल 2021 में दिल्ली ने एक याचिका दायर की. याचिका में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने जवाब दिया. इस जवाब में बताया गया कि वजीराबाद तालाब में अमोनिया नाइट्रोजन की समस्या है. साथ ही यह भी बताया गया कि आगरा में एक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट है, जो 24 एमजी/एल तक अमोनिया वाले पानी को साफ कर सकता है. लेकिन दिल्ली सरकार ने अभी तक वजीराबाद के इस प्लांट को अपग्रेड करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है. इसी का नतीजा है कि दिल्ली के लोग आज भी गंदा पानी पीने को मजबूर हैं, लेकिन अरविंद केजरीवाल अपनी नाकामी छुपाने के लिए अब हरियाणा पर दोषारोपण कर रहे हैं."

यमुना के पानी में जहर मिलाने का आरोप: हरियाणा के सीएम सैनी ने आगे कहा, "हरियाणा के लोग यमुना नदी को मां मानते हैं. यमुना हरियाणा और दिल्ली दोनों के लिए जीवनदायिनी है. इसकी पवित्रता बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है.दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का यमुना के पानी में जहर मिलाने का आरोप हरियाणा और हरियाणावासियों की आस्था का अपमान है. हरियाणा के लोग यमुना को एक पवित्र नदी मानते हैं. इसकी पूजा करते हैं. केजरीवाल के आरोप न केवल आधारहीन है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक परंपराओं और मान्यताओं का भी अपमान है.

दिल्ली को किया जा रहा साफ पानी सप्लाई: नायब सिंह सैनी ने आगे कहा कि, "दिल्ली को यमुना और रावी-व्यास के हिस्से के पानी से मुनक में 1049 क्यूसेक पीने के पानी की आपूर्ति होती है. हरियाणा इस पानी को दो नहरों कैरियर लाइन चैनल (सीएलसी) और दिल्ली शाखा के माध्यम से दिल्ली को लगातार सप्लाई कर रहा है. साल 2014 में कैरियर लाइन चैनल के चालू होने के बाद से, हरियाणा किसी भी नाले या यमुना नदी के माध्यम से दिल्ली को कोई पानी नहीं देता है. केवल सीएलसी और दिल्ली शाखा की नहर प्रणाली के माध्यम से दिल्ली को साफ पानी सप्लाई किया जा रहा है. हरियाणा सरकार दिल्ली को सप्लाई किए जा रहे जल की शुद्धता और इसकी सतत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है."

सीएम सैनी का दिल्ली के पूर्व सीएम पर आरोप: सीएम सैनी ने कहा, "7 से 13 जनवरी 2021 के बीच केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने यमुनानगर (हरियाणा) से लेकर वजीराबाद (दिल्ली) तक पानी की जांच की. प्रदूषण के मुख्य कारणों को जांचा. जांच में पाया गया कि पल्ला और वजीराबाद के बीच गंदा पानी अवैध रूप से छोड़ा जा रहा है. वजीराबाद तालाब में तलछट जमा होने से अमोनिया नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ रही है. दिल्ली सरकार ने साल 2021 से अब तक सीपीसीबी की इस रिपोर्ट पर कोई कदम नहीं उठाया. दिल्ली सरकार द्वारा ना तो पल्ला और वजीराबाद के बीच गंदे पानी के अवैध निर्वहन को रोका गया है और ना ही वजीराबाद तालाब की सफाई के लिए कोई प्रयास किया गया है."

सीएम नायब सिंह सैनी ने इस दौरान नागरिकों से अनुरोध किया कि वे जल संरक्षण को प्राथमिकता दें. साथ ही जल संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करें. जल की बचत न केवल वर्तमान बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी महत्वपूर्ण है.

ये भी पढ़ें:यमुना में ज़हर मिलाने के आरोपों पर हरियाणा CM का जोरदार पलटवार, बोले - जनता सिखाएगी केजरीवाल को सबक

चंडीगढ़: हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने दिल्ली के पूर्व सीएम केजरीवाल के जहरीले पानी वाले बयान पर हमला बोला है. सीएम सैनी ने कहा कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का जहरीले पानी का बयान आम आदमी पार्टी की ओर से आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों में मतदाताओं को प्रभावित करने और अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए बनाया गया सियासी हथकंडा है. हमने इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से की है. राष्ट्रीय राजधानी को पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करना एक सामूहिक जिम्मेदारी है, जिसे हरियाणा बिना किसी कमी के पूरा कर रहा है.

हरियाणा पर दोषारोपण कर रही दिल्ली सरकार: आगे सीएम नायब ने बताया, "साल 2021 में दिल्ली ने एक याचिका दायर की. याचिका में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने जवाब दिया. इस जवाब में बताया गया कि वजीराबाद तालाब में अमोनिया नाइट्रोजन की समस्या है. साथ ही यह भी बताया गया कि आगरा में एक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट है, जो 24 एमजी/एल तक अमोनिया वाले पानी को साफ कर सकता है. लेकिन दिल्ली सरकार ने अभी तक वजीराबाद के इस प्लांट को अपग्रेड करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है. इसी का नतीजा है कि दिल्ली के लोग आज भी गंदा पानी पीने को मजबूर हैं, लेकिन अरविंद केजरीवाल अपनी नाकामी छुपाने के लिए अब हरियाणा पर दोषारोपण कर रहे हैं."

यमुना के पानी में जहर मिलाने का आरोप: हरियाणा के सीएम सैनी ने आगे कहा, "हरियाणा के लोग यमुना नदी को मां मानते हैं. यमुना हरियाणा और दिल्ली दोनों के लिए जीवनदायिनी है. इसकी पवित्रता बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है.दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का यमुना के पानी में जहर मिलाने का आरोप हरियाणा और हरियाणावासियों की आस्था का अपमान है. हरियाणा के लोग यमुना को एक पवित्र नदी मानते हैं. इसकी पूजा करते हैं. केजरीवाल के आरोप न केवल आधारहीन है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक परंपराओं और मान्यताओं का भी अपमान है.

दिल्ली को किया जा रहा साफ पानी सप्लाई: नायब सिंह सैनी ने आगे कहा कि, "दिल्ली को यमुना और रावी-व्यास के हिस्से के पानी से मुनक में 1049 क्यूसेक पीने के पानी की आपूर्ति होती है. हरियाणा इस पानी को दो नहरों कैरियर लाइन चैनल (सीएलसी) और दिल्ली शाखा के माध्यम से दिल्ली को लगातार सप्लाई कर रहा है. साल 2014 में कैरियर लाइन चैनल के चालू होने के बाद से, हरियाणा किसी भी नाले या यमुना नदी के माध्यम से दिल्ली को कोई पानी नहीं देता है. केवल सीएलसी और दिल्ली शाखा की नहर प्रणाली के माध्यम से दिल्ली को साफ पानी सप्लाई किया जा रहा है. हरियाणा सरकार दिल्ली को सप्लाई किए जा रहे जल की शुद्धता और इसकी सतत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है."

सीएम सैनी का दिल्ली के पूर्व सीएम पर आरोप: सीएम सैनी ने कहा, "7 से 13 जनवरी 2021 के बीच केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने यमुनानगर (हरियाणा) से लेकर वजीराबाद (दिल्ली) तक पानी की जांच की. प्रदूषण के मुख्य कारणों को जांचा. जांच में पाया गया कि पल्ला और वजीराबाद के बीच गंदा पानी अवैध रूप से छोड़ा जा रहा है. वजीराबाद तालाब में तलछट जमा होने से अमोनिया नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ रही है. दिल्ली सरकार ने साल 2021 से अब तक सीपीसीबी की इस रिपोर्ट पर कोई कदम नहीं उठाया. दिल्ली सरकार द्वारा ना तो पल्ला और वजीराबाद के बीच गंदे पानी के अवैध निर्वहन को रोका गया है और ना ही वजीराबाद तालाब की सफाई के लिए कोई प्रयास किया गया है."

सीएम नायब सिंह सैनी ने इस दौरान नागरिकों से अनुरोध किया कि वे जल संरक्षण को प्राथमिकता दें. साथ ही जल संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करें. जल की बचत न केवल वर्तमान बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी महत्वपूर्ण है.

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