गुरुग्राम: हनीट्रैप मामले में पुलिस को सफलता हासिल हुई (Police success in honeytrap case in gurugram) है. फिरौती मांगने वाले 5 अपहरणकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया (honeytrap case in gurugram) है. अपहरणकर्ताओं ने 10 लाख की फिरौती मांगी थी. घटना में पांच लोग शामिल थे. पांचों लोगों को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया है. पुलिस इंस्पेक्टर जसवंत सिंह ने बताया कि फिरौती मांगने वाले अपहरणकर्ता राजस्थान, अजमेर,हरियाणा, महेंद्रगढ़ के रहने वाले हैं. पुलिस खुलासे में अपहरणकर्ताओं का नाम दिनेश चौधरी, तन्नू शर्मा उर्फ़ नीलम,अक्षय भट्ट, नितिन और आशु के रुप में सामने आया है. जांच अधिकारी जसवंत सिंह ने बताया कि अपहरण और 10 लाख की फिरौती की मागंने वाला राजस्थान के जयपुर के रहने वाला मास्टरमाइंड दिनेश चौधरी है.
क्या है मामला: मामले में खुलासा हुआ है कि मास्टरमाइंड दिनेश को जेल से हनी ट्रैप और फिरौती की जानकारी मिली थी. जेल से बाहर आते ही दिनेश चौधरी ने 37 वर्षीय युवक के अपहरण और फिरौती की साजिश रची. पुलिस के मुताबिक दिनेश चौधरी ने तन्नू शर्मा नाम से फेक अकाउंट बनाया. सोशल मीडिया के माध्यम से कई युवाओं को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर सर्विस (कॉल गर्ल) के नाम पर मैसेज भेजने शुरू कर दिए. 37 वर्षीय राकेश इस साजिश का शिकार हो गया. अपहरणकर्ताओं ने राजेश को सेक्टर 29 के oyo रूम में बुलाकर बर्बरता से मारपीट की और उसे बंधक बनाकर अपहरण कर नारनौल ले गए. पुलिस की माने तो आरोपी दिनेश चौधरी पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, अपहरण जैसे संगीन मामले राजस्थान के कई थानों में दर्ज हैं. जिसमे वो कई बार जेल भी जा चुकाहै. बहरहाल पुलिस मामले की तफ़्तीश में जुटी हुई है.
पीड़ित युवक ने बताया कि उसे व्हाट्सएप नंबर से लड़की की फोटो भी भेजी गई थी और जैसे ही वह ओयो रूम में गया, वहां फोटो वाली लड़की मौजूद नहीं थी. कोई दूसरी लड़की वहां बैठी थी जो खुद को तनु शर्मा बता रही थी. पीड़ित युवक को जैसे ही शक हुआ और वह जाने लगा, वैसे ही योजनाबद्ध तरीके से दिनेश चौधरी, तनु शर्मा उर्फ नीलम और अन्य तीन लोगों ने पीड़ित युवक को बंधक बनाकर नारनौल ले गए. जहां से किसी तरह से पीड़ित युवक उनके चंगुल से भाग निकला और गुरुग्राम पुलिस के पास पहुंचा. पुलिस में शिकायत दर्ज कराकर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की.