फतेहाबाद: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण के खिलाफ दिल्ली जंतर मंतर पर पहलवानों का धरना जारी है. पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. पहलवानों की मांग है कि बृजभूषण कुश्ती महासंघ अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. इसी मांग को लेकर खिलाड़ी दिल्ली जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हुए हैं. बुधवार देर रात खबर आई कि धरने पर बैठे खिलाड़ियों और दिल्ली पुलिस के बीच झड़प हुई. जिसके बाद मामला तूल पकड़ चुका है. खिलाड़ियों के समर्थन में वीरवार को हरियाणा भर में प्रदर्शन किया गया.
हरियाणा से खाप पंचायतों और किसानों ने खिलाड़ियों के समर्थन में दिल्ली कूच करना शुरू कर दिया है. वहीं राजनीतिक दल भी पहलवानों के समर्थन में आ गए हैं. वीरवार को खिलाड़ियों के समर्थन में फतेहाबाद के लाल बत्ती चौक पर सामाजिक संगठनों ने धरना दिया. उन्होंने कहा कि हम खिलाड़ियों के साथ हैं. अगर जरूरत पड़ी तो जंतर-मंतर पर आकर भी उनका समर्थन करेंगे. कांग्रेस ने सामाजिक संगठनों के साथ खिलाड़ियों के समर्थन में धरना दिया. कांग्रेस नेता आनंद वीर सिंह गिलाखेड़ा ने कहा कि सरकार पुलिस बल के द्वारा खिलाड़ियों की आवाज को दबाना चाहती है, लेकिन हम खिलाड़ियों की आवाज को दबने नहीं देंगे.
भिवानी में युवा शक्ति बदलाव संगठन ने खिलाड़ियों के समर्थन में प्रदर्शन किया. संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिवाच ने कहा कि दिल्ली पुलिस का खिलाड़ियों के साथ बर्ताव बहुत खराब है. ये ना केवल खिलाड़ियों का अपमान है बल्कि लोकतंत्र की हत्या भी है. जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द खिलाड़ियों की मांग को पूरा कर आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी जाए.
वहीं करनाल में सामाजिक संगठन, किसान संगठन और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने खिलाड़ियों के समर्थन में प्रदर्शन किया. उन्होंने राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन जिला उपायुक्त को सौंपा. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेता जगदीप ओलख ने कहा कि हमारे प्रदेश और देश की बेटियां अपने हकों के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रही हैं. सरकार उनके हक में बोलने के बजाय मौन व्रत रखे हुए है. उन्होंने कहा कि आज हमने सड़कों पर निकल कर बीजेपी सरकार के खिलाफ रोष जाहिर किया है. ये एक शुरुआत है. अगर समय रहते उन बेटियों को न्याय नहीं मिला, तो ये आंदोलन किसान आंदोलन की तरह बड़ा रूप ले लेगा.
उन्होंने कहा इस आंदोलन की जिम्मेदार सरकार होगी. कांग्रेस नेता त्रिलोचन सिंह ने कहा कि जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हुए ज्यादातर खिलाड़ी हरियाणा के हैं और ज्यादातर बेटियां भी हरियाणा की हैं, इसके बावजूद भी हरियाणा के मुख्यमंत्री इस मुद्दे को दिल्ली और केंद्र का मुद्दा बता रहे हैं. मुख्यमंत्री को अपने प्रदेश की बेटियों का सम्मान करना चाहिए और उन को न्याय दिलाने के लिए उनके साथ खड़ा होना चाहिए. लेकिन मंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक सभी आरोपी बृजभूषण को बचाने में लगे हुए हैं.