फतेहाबाद: एक तरफ कोरोना की वजह से लगा लॉकडाउन तो दूसरी तरफ मौसम की मार, ये दोनों ही किसानों, आढ़तियों और व्यापारियों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं. बीते रोज हुई तेज बारिश की वजह से टोहाना की अतिरिक्त अनाज मंडी और गांव में बने दो परचेज सेंटर में रखा गेहूं भीग कर खराब हो गया.
टोहाना के रतिया रोड पर स्थित अनाज मंडी, चंदड गांव और अंकवाली गांव के परचेज सेंटर पर खुले में रखा गेहूं बारिश के पानी से भीग गया. इस दौरान मौके पर कोई सरकारी नुमाईदा भी नहीं मिला. जब इस बारे में बात करने के लिए मार्केट कमेटी सचिव को फोन किया गया तो वहां से भी कोई जवाब नहीं मिला.
मौसम के मिजाज को देखते हुए गेहूं की फसल को कवर एरिया में रखा जाना था, लेकिन इसे खुले में ही गिरा दिया गया. वहीं लापरवाही इस हद तक रही कि कुछ जगह पर तो इसे तिरपाल से भी ढका नहीं गया. जिसकी वजह से सारी की सारी गेहूं खुले में गिराई गई और बोरियों में भरी गेहूं बारिश के पानी में भीग गई.
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अनाज मंडी में गेहूं लाने वाले किसानों ने बताया कि हर साल बारिश की वजह से उनका काफी नुकसान होता है. इस बार लॉकडाउन ने उनके नुकसान को दोगुना कर दिया है. सरकार उठान तो कर लेती है, लेकिन गेहूं की बोरियों को रखने के लिए सही इंतजाम नहीं किए जाते हैं. व्यापारी ने बताया कि गेहूं की खरीद हो चुकी है, लेकिन इसका उठान नहीं हुआ है. जिस कारण ये गेहूं मंडी में बाहर पड़ी रही और भीग गई.