फतेहाबाद: आज दीपावली में बाल दिवस का त्योहार देश व प्रदेश में मनाया जा रहा है. दशकों से सरकारें तरक्की के नारों को बुलंद करती रही है. लेकिन त्योहार पर भी बचपन को अपनी मेहनत को मजबूरी में बेचना पड़े तो क्या कहेंगे. संयोग से आज दीपावली के त्यौहार के दिन ही बाल दिवस भी मनाया जा रहा है. बाल दिवस यानी बच्चों का दिन, जिसमें बच्चों का विशेष दिन है.
दीपावली के पर्व पर टोहाना के बाजार में कक्षा सात की विद्यार्थी तमन्ना मिट्टी के दीपक व अन्य खिलौने बेचती हुई नजर आई. जब उससे बात की गई तो उसने बताया कि उसके परिवार की अन्य लड़कियां वह सदस्य भी दीपावली पर्व पर अपने मिट्टी के सामान को बेचने के लिए बाजार आए हुए हैं. वो इस सम्मान को भेजेंगे तभी दीपावली का पर्व मना पाएंगे.
एक सवाल के जवाब में उसने ये भी बताया कि वो आज दीपावली नहीं मना पाएंगे. दीपावली का पर्व वो कल ही मना पाएंगे. उसका इस आत्मविश्वास से बाजार में अपने मिट्टी के बर्तनों को बेचना जहां उसके पुरुषार्थ को दर्शाता है वही व्यवस्था पर सवाल भी खड़े करता है.
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टोहाना के बाजार में दीपक बेचती तमन्ना कोई अकेली लड़की नहीं है इस तरह की सैकड़ों तमन्ना है आपको कहीं ना कहीं ये नजर आ ही जाएंगे जो कि हमारे देश की व्यवस्था से सवाल कर रही हैं.