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हरियाणा की बेटी अंजलिराज का कमाल, UN के स्वास्थ्य कार्यक्रमों में छपेगा डिजाइन किया लोगो - भारतीय मूल की बेटी अंजलिराज न्यूज

यूएनओ में आयोजित अंतरराष्ट्रीय हेल्थ प्रतियोगिता में भारतीय मूल की अंजलिराज ने इतिहास रचा है. करीब एक हजार प्रतिभागियों को पीछे कर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय हेल्थ प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ डिजाइनर चुना गया है. अब उनका बनाया डिजाइन स्वास्थ्य कार्यक्रमों के तहत बटन और टी-शर्ट पर इस्तेमाल होगा.

New York's International Assembly will use design of Anjali in health programs
भारतीय मूल की बेटी अंजलिराज ने यूएनओ में किया कमाल
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Published : Jan 9, 2020, 10:54 AM IST

Updated : Jan 9, 2020, 11:08 AM IST

टोहाना/फतेहाबाद: यूएनओ में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय हेल्थ प्रतियोगिता में भारतीय मूल की अंजलिराज ने इतिहास रचा है. करीब एक हजार प्रतिभागियों को पीछे कर उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय हेल्थ प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ डिजाइन किया गया है. अब उनका बनाया डिजाइन स्वास्थ्य कार्यक्रमों के तहत बटन और टी-शर्ट पर इस्तेमाल होगा.

हिसार की रहने वाली हैं अंजलिराज

अंजलि राज मूलरूप से हिसार के अग्रोहा निवासी हैं. वो टोहाना में अपने चाचा के पास रहती हैं. यहां पर अंजलि राज का जोरदार स्वागत किया गया. अंजलि व उनकी माता को अब ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता मिल चुकी है. वहीं अंजलि कक्षा आठ में अपनी पढ़ाई कर रही हैं.

भारतीय मूल की बेटी अंजलिराज ने यूएनओ में किया कमाल

अंजलि का टोहाना पहुंचने पर स्वागत

भारतीय मूल की 14 साल की बेटी अंजलि राज ने यूनाइटेड नेशंस ऑर्गेनाइजेशन के हेड क्वार्टर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय हेल्थ डिजाइन प्रतियोगिता में झंडे गाड़ दिए हैं. अंजलि का टोहाना पहुंचने पर स्वागत किया गया. अंजलिराज ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में एक हजार बच्चों को पछाड़ते हुए सर्वश्रेष्ठ डिजाइन दिया.

इस प्रतियोगिता में मिला प्रथम स्थान

अंजलिराज को इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मिला है. यूनएनओ अपने हेल्थ प्रोग्राम के लिए बटन और टी-शर्ट पर अंजलि के डिजाइन को प्रिंट करवाएगा. अंजलि राज की इस उपलब्धि को देखते हुए यूएनओ ने उसे इंस्पायर यूथ का खिताब देते हुए यूएनओ के हेडक्वार्टर की मुख्य असेंबली में बोलने का मौका भी दिया.

अंजलि के टोहाना निवासी चाचा व सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता पवन खिचड़ के घर पहुंचने पर उसका जोरदार स्वागत किया. अंजलि ने अपनी चौथी कक्षा तक की पढ़ाई अपने चाचा के पास ही पूरी की है. अंजलिराज मूल रूप से हिसार के अग्रोहा की निवासी हैं. उसके पिता राजेंद्र पिछले काफी समय से ऑस्ट्रेलिया में अध्यापन कार्य कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- सरकार ने दी किसानों को सौगात, बढ़ाई बिजली बिल जुर्माना माफी योजना की अंतिम तिथि

करीब चार साल पहले अंजलि व उसकी मां को भी ऑस्ट्रेलिया का सिटीजनशिप मिल गई. अंजली राज वहीं पर ऑस्ट्रेलिया मॉडल स्कूल में फिलहाल कक्षा आठवीं की छात्रा है. अंजलिराज के इस मॉडल की और से न्यूयार्क में अंतरराष्ट्रीय यूएनओ की एसेंबली ने भी मान्यता दी है. अंजलिराज की इस उपलब्धि पर परिजनों ने मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया.

टोहाना/फतेहाबाद: यूएनओ में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय हेल्थ प्रतियोगिता में भारतीय मूल की अंजलिराज ने इतिहास रचा है. करीब एक हजार प्रतिभागियों को पीछे कर उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय हेल्थ प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ डिजाइन किया गया है. अब उनका बनाया डिजाइन स्वास्थ्य कार्यक्रमों के तहत बटन और टी-शर्ट पर इस्तेमाल होगा.

हिसार की रहने वाली हैं अंजलिराज

अंजलि राज मूलरूप से हिसार के अग्रोहा निवासी हैं. वो टोहाना में अपने चाचा के पास रहती हैं. यहां पर अंजलि राज का जोरदार स्वागत किया गया. अंजलि व उनकी माता को अब ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता मिल चुकी है. वहीं अंजलि कक्षा आठ में अपनी पढ़ाई कर रही हैं.

भारतीय मूल की बेटी अंजलिराज ने यूएनओ में किया कमाल

अंजलि का टोहाना पहुंचने पर स्वागत

भारतीय मूल की 14 साल की बेटी अंजलि राज ने यूनाइटेड नेशंस ऑर्गेनाइजेशन के हेड क्वार्टर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय हेल्थ डिजाइन प्रतियोगिता में झंडे गाड़ दिए हैं. अंजलि का टोहाना पहुंचने पर स्वागत किया गया. अंजलिराज ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में एक हजार बच्चों को पछाड़ते हुए सर्वश्रेष्ठ डिजाइन दिया.

इस प्रतियोगिता में मिला प्रथम स्थान

अंजलिराज को इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मिला है. यूनएनओ अपने हेल्थ प्रोग्राम के लिए बटन और टी-शर्ट पर अंजलि के डिजाइन को प्रिंट करवाएगा. अंजलि राज की इस उपलब्धि को देखते हुए यूएनओ ने उसे इंस्पायर यूथ का खिताब देते हुए यूएनओ के हेडक्वार्टर की मुख्य असेंबली में बोलने का मौका भी दिया.

अंजलि के टोहाना निवासी चाचा व सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता पवन खिचड़ के घर पहुंचने पर उसका जोरदार स्वागत किया. अंजलि ने अपनी चौथी कक्षा तक की पढ़ाई अपने चाचा के पास ही पूरी की है. अंजलिराज मूल रूप से हिसार के अग्रोहा की निवासी हैं. उसके पिता राजेंद्र पिछले काफी समय से ऑस्ट्रेलिया में अध्यापन कार्य कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- सरकार ने दी किसानों को सौगात, बढ़ाई बिजली बिल जुर्माना माफी योजना की अंतिम तिथि

करीब चार साल पहले अंजलि व उसकी मां को भी ऑस्ट्रेलिया का सिटीजनशिप मिल गई. अंजली राज वहीं पर ऑस्ट्रेलिया मॉडल स्कूल में फिलहाल कक्षा आठवीं की छात्रा है. अंजलिराज के इस मॉडल की और से न्यूयार्क में अंतरराष्ट्रीय यूएनओ की एसेंबली ने भी मान्यता दी है. अंजलिराज की इस उपलब्धि पर परिजनों ने मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया.

Intro:भारतीय मुल की अंजलिराज ने एक हजार प्रतियोगियों के बीच में अपना अलग स्थान बनाते हुए यूएनओ में देश का नाम रोशन किया है उन्होनें अन्तराष्ट्रीय हेल्थ प्रतियोगिता में सर्वक्षेष्ठ डिजाईन दिया है जिसे न्यूयार्क की अंतराष्ट्रीय एंसेबली ने मान्यता दी है। अब उनका बनया डिजाईन स्वास्थ्य कार्यक्रमों के तहत बटन व टी-शर्ट पर इस्तेमाल होगा। अंजलि राज मुलरूप से हिसार के अग्रोहा निवासी है वो टोहाना में अपने चाचा के पास टोहाना पहुची तो उनका यहां पर जोरदार स्वागत किया गया। अंजलि व उनकी माता को अब अस्ट्रेलिया की नागरिकता मिल चुकी है। वही अंजलि कक्षा आठ में अपनी पढाई कर रही है। Body: भारतीय मूल की 14 साल की बेटी अंजलि राज ने यूनाइटेड नेशंस ऑर्गेनाइजेशन के हेड क्वार्टर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय हेल्थ डिजाइन प्रतियोगिता मेंझंडे गाड़ दिए है। अंजलि का टोहाना पहुचने पर स्वागत किया गया। अंजलिराज ने अन्तराष्टीय प्रतियोगिता में एक हजार बच्चों को पछाड़ते हुए सर्वश्रेष्ठ डिजाइन दिया, उन्हें प्रथम स्थान मिला है। यूनएनओ अपने हेल्थ प्रोग्राम के लिए
बटन व टी-शर्ट पर अंजलि के डिजाईन को प्रिंट करवाएगा।

अंजलि राय की इस उपलब्धि को देखते हुए यूएनओ ने उसे इंस्पायर यूथ का खिताब देते हुए यूएनओ के हेडक्वार्टर की मुख्यअसेंबली में बोलने का मौका भी दिया। अंजलि के टोहाना निवासी चाचा व सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता पवन खिचड़ के घर पहुंचने पर उसका जोरदार स्वागत किया।

अंजलि ने अपनी चौथी कक्षा तक की पढ़ाई अपने चाचा के पास ही पूरी की है। अंजलि राय मूल रूप से हिसार के अग्रोहा की निवासी हैं। उसके पिता राजेंद्र पिछले काफी समय से आस्ट्रेलिया में अध्यापन कार्य कर रहे हैं। करीब चार साल पहले अंजलि व उसकी मां को भी आस्ट्रेलिया का सिटीजनशिप मिल गई। अंजली राज वहीं पर आस्ट्रेलिया मॉडल स्कूल में फिलहाल कक्षा आठवीं की छात्रा है। अंजलिराज के इस मॉडल की ओर से न्यूयार्क में अंतरराष्ट्रीय यूएनओ की एसेंबली ने भी मान्यता दी है। अंजलिराज की इस उपलब्धि पर परिजनों ने मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया।
Conclusion:बाईट- अंजलिराज।
बाईट- अंजलिराज की माता।
thambnail
Last Updated : Jan 9, 2020, 11:08 AM IST
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