फतेहाबाद: फतेहाबाद में बंदरों के आतंक से स्थानीय लोग बहुत परेशान हैं. बंदरों से परेशान लोग बुधवार को नगर परिषद कार्यालय फतेहाबाद पहुंचे. जहां शहरवासियों और अधिकारियों के बीच जमकर इस मुद्दे को लेकर जमकर बहसबाजी हुई. शहरवासियों का कहना है कि अधिकारी इस मामले पर गंभीर नहीं है और लगातार केवल आश्वासन दे रहे हैं. जबकि बंदरों के आतंक से लगभग पूरा शहर ही परेशान है. बंदरों के आतंक के चलते कई लोग घायल हो चुके हैं. नगर परिषद फतेहाबाद चेयरमैन राजेंद्र खींची ने 2 सप्ताह के अंदर बंदरों की समस्या से निजात दिलाने का भरोसा दिलाया है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर 2 सप्ताह में काम शुरू नहीं हुआ, तो वे शहर में रोष मार्च निकालेंगे. फतेहाबाद में लगातार बढ़ रहे बंदरों के आतंक से परेशान लोग बुधवार को नगर परिषद के कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों से इस मुद्दे पर जवाब मांगा. लोगों का कहना था कि बंदरों के आतंक के चलते लोग घायल हो रहे हैं और नगर परिषद के अधिकारी इसको लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. वे केवल आश्वासन दे रहे हैं. इस दौरान नगर परिषद कार्यालय में पहुंचे लोगों और नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी ऋषिकेश चौधरी के बीच जमकर बहसबाजी भी हुई.
लोगों ने कहा कि वह लगातार नगर परिषद के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन केवल आश्वासन ही मिल रहे हैं. लोगों का कहना था कि अधिकारी एक दूसरे पर पल्ला झाड़ रहे हैं, जबकि जनता बंदरों के आतंक से परेशान है. लोगों ने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि अगर 2 सप्ताह के भीतर मंदिरों की समस्या से निजात नहीं मिली, तो वह पूरे शहर में नगर परिषद के खिलाफ रोष मार्च निकालने को मजबूर होंगे.
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गौरतलब है कि फतेहाबाद में बंदरों का आतंक के चलते बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक कई लोग घायल हो चुके हैं. लेकिन नगर परिषद के द्वारा बंदरों को पकड़ने का टेंडर जारी नहीं किया जा रहा है. नगर परिषद केवल वन्य प्राणी रक्षक विभाग के साथ पत्राचार करके ही अपने काम की इतिश्री कर रहा है. वहीं इस संबंध में फतेहाबाद नगर परिषद के चेयरमैन राजेंद्र खींची ने कहा कि आज लोग उनसे बंदरां की समस्या को लेकर मिलने के लिए पहुंचे थे, उन्होंने लोगों को 2 सप्ताह के भीतर इस समस्या से निजात दिलवाने का भरोसा दिलाया है.