फतेहाबाद: संसद से पास हुए नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) बिल - 2019 के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन(आईएमए) ने एक दिन के लिए राष्ट्रव्यापी हड़ताल किया. हड़ताल के दौरान सभी प्राइवेट अस्पताल बंद रहे जिसके कारण प्राइवेट अस्पतालों में जाने वाले मरीज परेशान दिखे.
हड़ताल की वजह
हड़ताल के बारे में आईएमए के जिला प्रधान डॉ. पवन मेहता ने बताया कि संसद में पास बिल के कई प्रावधानों पर हमें ऐतराज है. यह बिल लोकतंत्र के संवैधानिक ढांचे को प्रभावित करने वाला है.
उन्होंने कहा कि 10 साल तक प्रैक्टिस करने वाले एक डॉक्टर के समान 6 महीने की प्रैक्टिस डिप्लोमा डिग्री होल्डर को मान्यता देने का प्रावधान इस नए बिल में है जो कि सही नहीं है. इसके अलावा मेडिकल संस्था में नॉमिनेटेड सदस्यों की संख्या बढ़ा दी गई है वो भी ठीक नहीं है.
उन्होंने कहा कि आईएमए की ओर से 1 दिन की हड़ताल की गई है और सरकार अगर मांगों पर ध्यान नहीं देती है तो आईएमए की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के आदेश पर अगला रूख तैयार किया जाएगा.
मरीज रहे परेशान
डाक्टरों के हड़ताल पर जाने से मरीज खासे परेशान दिखे. अपने बच्चे का इलाज कराने आए श्रवण कुमार ने बताया कि अस्पताल में हड़ताल के कारण उसके बच्चे का इलाज नहीं हो पाया और उन्हें मेडिकल से ही दवा लेकर वापस जाना पड़ रहा है.