फतेहाबाद: जिले के लघु सचिवालय में सुशासन दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुग्राम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया. मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कार्यक्रम में लाइव जुड़े हुए थे. मुख्यमंत्री मनोहर लाल के इस सुशासन कार्यक्रम में ज्यादा लोगों की भीड़ नहीं जुटी. अधिकतर कुर्सियां खाली पड़ी रहीं और मुख्यमंत्री अधिकारियों को सुशाशन का पाठ पढ़ाते रहे.
मुख्यमंत्री ने कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों से बात भी की. हालाकि इस कार्यक्रम में लापरवाही के चलते बार-बार लाइव स्क्रीन बंद होती भी नजर आई. हालात ये थे कि कार्यक्रम में कुछ एक अधिकारी और कर्मचारियों के अलावा बाकी सारी कुर्सियां खाली पड़ी रहीं.
कार्यक्रम की अध्यक्षता फतेहाबाद के उपायुक्त धीरेंद्र खडगटा ने की. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल गुरुग्राम से अधिकारी और कर्मचारियों को सुशासन का पाठ पढ़ाते रहे और फतेहाबाद की सुशासन सहयोगी मोनिका हेमराजनी मोबाइल पर व्यस्त दिखाई दी.
मोबाइल में मस्त सुशासन सहयोगी
मुख्यमंत्री की स्पीच चलती रही और सुशासन सहयोगी मोबाइल पर मस्त रहे. मुख्यमंत्री के द्वारा अपनी स्पीच के माध्यम से अधिकारियों और कर्मचारियों को बिना राजनीति हस्तक्षेप के काम करने का पाठ पढ़ाया गया. बीजेपी के जिला प्रधान वेद फूलां इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे.
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क्यों मनाया जाता है सुशासन दिवस ?
भारत में सुशासन दिवस हमारे पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की जयंती के उपलक्ष्य में 25 दिसंबर को मनाया जाता है. उन्हें राष्ट्र के लिए नेतृत्व, सेवा, सही निर्णय और एक जबरदस्त राजनीतिक माइंडसेट के लिए जाता है. श्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2014 में 25 दिसंबर को 'सुशासन दिवस' के रूप में मनाने की घोषणा की. ये राष्ट्र की सभी नीतियों और निर्णयों को मनाने का दिन है. भारत सरकार द्वारा घोषित सुशासन दिवस पर पूरे दिन काम किया जाता है.